नई दिल्ली । नोएडा के स्कूल दसवीं और बारहवीं के छात्रों के लिए कड़ी मेहनत के साथ प्रेक्टिस सेशन आयोजित कर रहे हैं, क्योंकि अप्रैल में इन क्लास के बच्चों की सीबीएसई के एग्जाम होने हैं। पिछले दिनों कोरोनो के चलते हुए बच्चों की पढ़ाई के नुकसान को लेकर स्कूलों की तरफ से खास व्यवस्था की जा रही हैं, ताकी बच्चों के हुए नुकसान की भरपाई की जा सके। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करने की एक याचिका को खारिज कर दिया था, जिसके बाद स्कूल उन छात्रों के लिए प्रेक्टिस सेशन करके समय का उपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने वर्तमान एकेडमिक सेशन का ज्यादातर समय ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेकर बिताया है। सीबीएसई 26 अप्रैल से 10वीं और 12वीं की सेकेंड टर्म की परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित करेगा। पहले टर्म के पेपर नवंबर में हुए थे। पहली अवधि की परीक्षा का पैटर्न ऑब्जेक्टिव प्रश्न थे जबकि दूसरे सत्र की परीक्षा में सब्जेक्टिव प्रकार के प्रश्न शामिल होंगे। एक स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा, सीबीएसई द्वारा जारी किए गए सैंपल पेपर के आधार पर दसवीं और बारहवीं के प्रेक्टिस टेस्ट लिए जा रहे हैं। ताकि सीबीएसई एग्जाम के समय बच्चों को आसानी हो। इसके अलावा, बच्चों को परीक्षा के संबंध में उनकी चिंता को दूर करने में मदद करने के लिए स्पेशल काउंसलिंग सेशन भी आयोजित किए जा रहे हैं।
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कोरोना काल में पढ़ाई का नुकसान अब नोएडा के स्कूल भरपाई के लिए कर रहे ये खास व्यवस्था