नई दिल्ली । बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के साथ लखीसराय में उपाधीक्षक समेत तीन पुलिसकर्मियों के दुर्व्यवहार पर सरकार के रुख से नाराज विपक्षी दलों के सोमवार को सभाध्यक्ष एवं सदस्यों की गरिमा के मुद्दे को लेकर जबरदस्त हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी दल के सदस्यों ने इस मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। इस बीच मुख्य विपक्षी राजद के मुख्य सचेतक ललित यादव ने इस मुद्दे पर चर्चा कराये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि सभाध्यक्ष सदन के संरक्षक होते हैं और जब उनकी गरिमा को बनाए नहीं रखा जा सकता तो सदन के अन्य सदस्यों की गरिमा भी खतरे में है । उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार से जवाब देने की मांग की। सभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सदस्यों से मुद्दों के तार्किक समाधान के लिए सदन में शांति-व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध किया और कहा कि सभी की गरिमा की रक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने सदस्यों से इस मुद्दे पर सरकार के जवाब को शांति से सुनने का भी अनुरोध किया। इस पर भाजपा विधायक संजय सरावगी ने भी अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विशेषाधिकार नोटिस पर अपना पक्ष रखने के लिए बुलाई गई बैठक में शामिल होने के बाद मीडिया में मुख्य सचिव और डीजीपी का आचरण बेहद आपत्तिजनक रहा। उन्होंने कहा कि किसी भी सदस्य की भावना आहत होने के बाद उन्हें विशेषाधिकर नोटिस भेजने का अधिकार है।
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बिहार विधानसभा स्पीकर के समर्थन में खड़ा हो गया पूरा सदन