कीव । यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच युद्धविराम को लेकर बने संशय पर आज फैसला हो सकता है। दरअसल, बेलारूस में रूस-यूक्रेन के बीच आज बातचीत होनी है। भारतीय समय के मुताबिक, यह मीटिंग 3.30 बजे होगी। रूस और यूक्रेन का डेलिगेशन बातचीत के लिए बेलारूस पहुंच चुका है। यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय का कहना है कि रूस के साथ बातचीत का उसका मुख्य लक्ष्य तत्काल युद्धविराम और रूसी सैनिकों की वापसी है।
बेलारूस से विदेश मंत्रालय ने ही एक फोटो ट्वीट कर जानकारी दी है कि रूस-यूक्रेन की मीटिंग करवाने के लिए मंच को तैयार किया जा चुका है। अब सिर्फ दोनों देशों के डेलिगेशन का इंतजार है।
हालांकि, बेलारूस पर यकीन करना यूक्रेन के लिए इतना आसान नहीं है। अब तक देखा जाए तो बेलारूस इस जंग में रूस की तरफ रहा है। सुबह यह भी जानकारी थी कि यूक्रेन पर हमले में बेलारूस रूस का साथ दे सकता है। अब तक लड़ाई में बेलारूस सीधे तौर पर सामने नहीं आया था। लेकिन रूस ने आज सुबह यूक्रेन के एयरपोर्ट पर जो हमला किया था इसमें मिसाइल का इस्तेमाल हुआ था। यह एयर स्ट्राइक बेलारूस की तरफ से छोड़ी गई थी। बेलारूस ने कहा था कि वह अपने इलाके का इस्तेमाल रूस को एयर स्ट्राइक के लिए नहीं करने देगा, बावजूद इसके ऐसा हुआ। मिसाइल से हुए हमले में पुरानी इमारत को भी नुकसान पहुंचा था। यहां एक टॉकीज भी हुआ करती थी।
अमेरिका के खुफिया अधिकारियों का मानना है कि बातचीत अगर पटरी पर नहीं जाती है तो बेलारूस इस लड़ाई में कूद सकता है। फिलहाल तक स्थिति यह है कि रूस से इस लड़ाई को जितना आसान समझा था, यह उतनी निकली नहीं। यूक्रेन की तरफ से रूस के जवानों को कड़ी टक्कर मिल रही है। यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस अबतक कंट्रोल नहीं कर पाया है।
मालूम हो कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज पांचवा दिन है। अब यूक्रेन को दूसरे देशों से मदद मिलनी भी शुरू हो गई है। अमेरिका यूक्रेन के लिए 500 स्टिंगर मिसाइल, हथियार भेज रहा है। यूक्रेन का दावा है कि रूसी हमले में अब तक उसके 352 लोगों की मौत हो चुकी है, वही 1,684 लोग घायल हैं। दूसरी तरफ यूक्रेन का दावा है कि उसने युद्ध में अब तक रूस को काफी नुकसान पहुंचाया है। 27 फरवरी तक रूस के 4,500 सैनिकों को मारने के अलावा करीब 150 टैंक, 700 सैन्य वाहन, 60 फ्यूल टैंक, 26 हेलिकॉप्टर्स नष्ट करने का दावा किया जा रहा है।
वर्ल्ड
युद्ध के बीच वार्ता के लिए बेलारूस पहुंचा रूस-यूक्रेनी डेलीगेशन -राष्ट्रपति जेलेंस्की बोले- तुरंत वापस लौटे रूसी सैनिक