जिनेवा । यूक्रेन पर रूस के हमले के विरोध में मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की जिनेवा निरस्त्रीकरण सम्मेलन में रूसी विदेश मंत्री सर्गी लैवरोव के संबोधन का अनेक देशों ने बहिष्कार किया। इस दौरान दर्जनों राजनयिक कक्ष छोड़ कर चले गए। इनमें ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस के राजनयिक भी शामिल थे।
लैवरोव ने अपने संबोधन में युद्ध के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार बताया और दावा किया कि कीव परमाणु हथियार बनाना चाहता है। यह असली खतरा है और रूस की प्रतिक्रिया जरूरी है।
लैवरोव का संबोधन शुरू होते ही कई राजनयिक बाहर चले गए और उनके संबोधन के दौरान कक्ष के बाहर घेरा बनाए और यूक्रेन का ध्वज थामे खड़े रहे। लैवरोव को इस सत्र में निजी तौर पर शामिल होना था लेकिन उनकी यात्रा रद्द हो गई थी। रूस ने यूरोपीय संघ के देशों के प्रतिबंधों को रूस विरोधी बताया है।
रूसी विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की की सरकार अपने खुद के परमाणु हथियार हासिल करने की योजना बना रही है। इससे उसके पड़ोसी देशों और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के पास अभी भी सोवियत परमाणु प्रौद्योगिकी है।
दूसरी ओर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने आज यूरोपीय संसद को संबोधित किया। यहां उन्होंने अपने संबोधन से यूरोपीय संसद का दिल जीत लिया। उनके भाषण के बाद सभी सांसदों ने खड़े होकर उनके लिए ताली बजाई। जेलेंस्की ने कहा कि हम अपनी भूमि और अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस तथ्य के बावजूद कि हमारे सभी शहर अब अवरुद्ध हैं। कोई भी हमें तोड़ने वाला नहीं है, हम मजबूत हैं, हम यूक्रेनियन हैं। जेलेंस्की ने कहा कि यूरोपीय संसद को हर हालत में यह साबित करना चाहिए कि वह यूक्रेन के साथ है। उन्होंने कहा कि आपके बिना यूक्रेन अकेला पड़ जाएगा।
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रूसी विदेश मंत्री सर्गी लैवरोव के संबोधन का अनेक देशों ने बहिष्कार किया