वॉशिंगटन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन युद्ध के बीच नाटो देशों को परमाणु बम की धमकी देने के बाद अब अमेरिकी वायुसेना भी ऐक्शन में आ गई है। अमेरिकी वायुसेना का महाविनाश का प्लेन हवा में देखा गया है। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक परमाणु बम के हमले को भी झेल जाने में सक्षम महाविनाश का प्लेन 28 फरवरी को अमेरिका के नेब्रास्का में कुछ समय के लिए हवा में प्रशिक्षण उड़ान पर निकला था। इससे ठीक पहले पुतिन ने अपनी परमाणु सेना को हाई अलर्ट पर कर दिया था। अमेरिका ने एक बोइंग 747 विमान को बदलकर उसे बोइंग ई-4बी नाइटवॉच नाम दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक इस विमान ने नेब्रास्का में स्थित अमेरिका वायुसेना के ठिकाने से उड़ान भरी और करीब 4.5 घंटे तक शिकागो के आकाश में रहा। इसके बाद यह विमान लौट आया। खबर में कहा गया है कि इस उड़ान के दौरान उसके साथ कई जल्दी चेतावनी देने वाले विमान भी उड़ रहे थे ताकि बलिस्टिक मिसाइलों को ट्रैक किया जा सके। अमेरिका कम से कम एक ई-4बी को हमेशा अलर्ट रखता है ताकि हमेशा प्रशिक्षण और तैयारी मिशन को अंजाम दिया जा सके। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सोमवार को महाविनाश के विमान की उड़ान का पुतिन के आदेश से कोई सीधा संबंध है या नहीं। इससे पहले पुतिन ने रूस की परमाणु मिसाइलों को युद्धक ड्यूटी पर तैनात करने का आदेश दे दिया था। पुतिन ने नाटो देशों के आक्रामक बयानों और रूस के खिलाफ पश्चिमी देशों के कड़े आर्थिक प्रतिबंधों का हवाला दिया था। अमेरिका सरकार ने सोमवार को कहा था कि उनका देश अपनी अवस्था में कोई बदलाव नहीं करेगा। बाइडन ने कहा था कि अमेरिका को रूस के परमाणु हथियारों से डरने की कोई जरूरत नहीं है। अमेरिका नाइटवॉच विमान दुनिया में महाविनाश लाने की क्षमता रखता है। यह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस विमान अमेरिका के 4,315 परमाणु बमों को नियंत्रित करने में सक्षम है। अमेरिकी वायुसेना का यह विमान जब भी अमेरिका पर संकट आता है, तब हवा में उड़ जाता है। इससे पहले राष्ट्रपति ट्रंप के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आने पर यह विमान हवा में उड़ गया था। इसी तरह से 9/11 हमले के बाद भी यह विमान हरकत में आया था। यूएस एयरफोर्स के ई-4बी विमान को बोइंग 747-200बी विमान में बदलाव करके बनाया गया। अमेरिकी वायुसेना ऐसे 4 विमानों का इस्तेमाल करती है। यह महाविनाश का विमान इस तरह से बनाया गया है कि किसी भी परमाणु हमले को झेल जाने में सक्षम है। ई-4बी नाइटवॉच विमान में खिड़की नहीं होती है जिससे परमाणु हमला होने पर उसमें बैठे लोगों पर कोई असर नहीं होता है। इसमें राष्ट्रपति समेत अतिविशिष्ट लोगों के बैठने की व्यवस्था होती है। यह परमाणु हमला होने के बाद भी बहुत सुरक्षित तरीके कमांड सेंटर के रूप में काम करने लगता है। इसके जरिए अमेरिका पूरी दुनिया में कहीं भी हमला करने के लिए निर्देश दे सकता है। इससे अमेरिका के परमाणु हथियारों को नियंत्रित किया जा सकता है। अमेरिका के ई-4बी 'नाइटवॉच' विमान सबसे पहले साल 1974 में सेवा में आए थे। अब करीब 50 साल की सेवा के बाद यह विमान रिटायर होने की कगार पर है। इसी वजह से अमेरिकी वायुसेना इसे बदलने जा रही है। इसके 4 विमानों में से एक हमेशा अलर्ट मुद्रा में रखा जाता है ताकि अगर कोई भी बड़ा संकट आए तो तत्काल यह महाविनाश लाने वाला विमान जंग के लिए तैयार हो जाए। इसी वजह से इसे डूम्सडे प्लेन कहा जाता है।
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पुतिन की परमाणु हमले की धमकी, आकाश में अमेरिकी महाविनाश का विमान -अमेरिकी वायुसेना का यह विमान जब भी अमेरिका पर संकट आता है, तब हवा में उड़ता है