नई दिल्ली । यूपी विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी को लेकर कड़े फैसले ले सकती है। उन्हें बिहार मंत्री परिषद से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुकेश सहनी के मुखर विरोध और बार-बार हमले से भाजपा पसोपेश में है। मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में लोगों से अपील कर रही है कि भाजपा को वोट नहीं दें। विभिन्न समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर मुकेश सहनी ने कमल छाप पर वोट नहीं डालने की अपील की है। कई बड़े समाचार पत्रों में छपे विज्ञापन में मुकेश सहनी ने कहा है, 'हम निषादों की ताकत दिखा देंगे और कमल को खिलने नहीं देंगे। इस मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक रंजन पटेल ने कहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव तक बीजेपी चुप है। केंद्रीय नेतृत्व द्वारा इस पूरे मामले को बहुत करीब से देखा जा रहा है। समय आने पर इसका उचित जवाब दिया जाएगा। बीजेपी मानती है के मुकेश साहनी का बयान गठबंधन धर्म के खिलाफ है। प्रदेश प्रवक्ता ने याद दिलाया कि विकासशील इंसान पार्टी एनडीए का हिस्सा है। कोई भी घटक के गठबंधन खिलाफ बात करे तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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वीआईपी नेता मुकेश सहनी को लेकर बीजेपी ने दिखाए कड़े तेवर यूपी चुनाव के बाद छिन सकती है कुर्सी