नई दिल्ली । यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप जारी है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मामले को लेकर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन पर निशाना साधा है। दरअसल, मुरलीधनर ने कहा था कि कई छात्र यूक्रेन नहीं छोड़ना चाहते थे क्योंकि यूनिवर्सिटिज ने ऑनलाइन क्लास लेने से इनकार कर दिया था। मंत्री ने कहा हमारे छात्रों को निकालने में देरी करने का आरोप सही नहीं है। छात्र यूक्रेन छोड़ना नहीं चाहते थे, क्योंकि यूनिवर्सिटी ऑनलाइन क्लास के लिए तैयार नहीं थीं। हमने 24 फरवरी से पहले छात्रों को यूक्रेन छोड़ने के लिए अपनी पहली एडवाइजरी जारी की था। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप जारी है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मामले को लेकर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन पर निशाना साधा है। दरअसल, मुरलीधनर ने कहा था कि कई छात्र यूक्रेन नहीं छोड़ना चाहते थे क्योंकि यूनिवर्सिटिज ने ऑनलाइन क्लास लेने से इनकार कर दिया था। मंत्री ने कहा, "हमारे छात्रों को निकालने में देरी करने का आरोप सही नहीं है। छात्र यूक्रेन छोड़ना नहीं चाहते थे, क्योंकि यूनिवर्सिटी ऑनलाइन क्लास के लिए तैयार नहीं थीं। हमने 24 फरवरी से पहले छात्रों को यूक्रेन छोड़ने के लिए अपनी पहली एडवाइजरी जारी की था। यूक्रेन में फंसे 183 यात्रियों को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से लेकर विशेष विमान गुरुवार सुबह मुंबई पहुंचा। इन यात्रियों में एक नवजात भी शामिल है। केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने मुंबई पहुंची तीसरी निकासी उड़ान में सवार लोगों का हवाई अड्डे पर स्वागत किया। 'एअर इंडिया एक्सप्रेस' का विमान सुबह करीब साढ़े पांच बजे बुडापेस्ट से यहां पहुंचा था। विमान के यात्रियों से बात करते हुए दानवे ने कहा, ''मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपका स्वागत करने के लिए भेजा है। यूक्रेन में छात्रों सहित करीब 17 हजार भारतीय फंसे हैं और प्रधानमंत्री ने उन्हें वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया है। चार से पांच हजार भारतीयों को स्वदेश लाया गया है और बाकी बचे लोगों को वापस लाने तक अभियान जारी रहेगा।
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यूक्रेन नहीं छोड़ना चाहते थे छात्र: प्रियंका चतुर्वेदी