नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने कहा है कि इस साल जनवरी से अब तक कोरोना से मरने वालों में बिना वैक्सीनेशन कराए लोगों की हिस्सेदारी 92 फीसदी है। नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पाल ने गुरुवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, 'स्वाभाविक रूप से वैक्सीन और बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन कवरेज ने कोरोनावायरस से लोगों की जान बचाने में अहम योगदान दिया है। वैक्सीन ने देश को कोविड केसों की संख्या बढ़ने और प्रकोप की स्थिति से बचाया है। ' इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने बताया कि वैक्सीन की पहली डोज, कोविड से लड़ने के लिहाज से 98.9% प्रभावी है और यदि दोनों डोज ली जाती हैं तो यह प्रतिशत 99.3 है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि भारत में कोरोना के मौतों में मामले में काफी गिरावट आई है। दो फरवरी से आठ फरवरी के बीच औसतन 615 मौतें हुई थी, यह संख्या पिछले सप्ताह गिरकर 144 तक आ गई है। उन्होंने कहा कि देश में इस समय कुल जितने केस आ रहे हैं, उनमें केरल, महाराष्ट्र और महाराष्ट्र की हिस्सेदारी 50 फीसदी है। देश के इस समय राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 10 हजार से अधिक है जबकि अन्य राज्यों में पांच हजाार से कम एक्टिव केस हैं।
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कोरोना से मरने वालों में 92 प्रतिशत बिना वैक्सीनेशन वाले