इम्फाल मणिपुर विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण का मतदान शनिवार को शुरू हो गया है। सुबह सात बजे से मणिपुर के 6 जिलों की 22 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है। सुबह 9 बजे तक 11.40 फीसदी मतदान हो गया है। आज जिन 22 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है। उनमें लिलोंग, थौबल, वांगखेम, हीरोक, वांगजिंग तेंथा, खंगाबो, वाबगई, काकचिंग, हियांग्लाम, सुगनू, जिरीबाम, चंदेल (एसटी), तेंगनौपाल (एसटी), फुंग्यार (एसटी), उखरुल (एसटी) चिंगाई (एसटी), करोंग (एसटी), माओ (एसटी), तदुबी (एसटी), तमी (एसटी), तामेंगलोंग (एसटी), और नुंगबा (एसटी) सीटें शामिल हैं। मणिपुर विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में आज सुबह 9 बजे तक 11.40 फीसदी मतदान हुआ है।
भाजपा नेता थोकचोम राधेश्याम सिंह ने मणिपुर विधानसभा चुनाव में जनता से मतदान की अपील की। साथ ही उन्होंने भाजपा की जीत का दावा किया मणिपुर में दूसरे चरण के मतदान के दौरान थौबल जिले के हीरोक हाई स्कूल में मतदाता वोट डालने पहुंचे। इस दौरान मतदान केंद्रों पर वोट डालने पहुंचे मतदाताओं की लंबी कतार देखने को मिली। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम इस बार थौबल में 10 में 9 सीट जीत रहे हैं और हम मणिपुर में पूर्ण बहुमत से जीतने वाले हैं। मतदान के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह ने थौबल के एक मतदान केंद्र में अपना वोट डाला। दूसरे चरण के चुनाव के लिए 1,247 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस चरण में कुल लगभग 8.38 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके अलावा इस चरण में दो महिलाओं सहित 92 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके चुनावी भाग्य का फैसला दूसरे चरण के मतदाता तय करेंगे। वहीं, जो मतदाता कोविड पाजिटिव हैं या उनमें कोरोना के लक्षण हैं, उन्हें अंतिम घंटे में दोपहर 3 बजे से शाम 4 बजे के बीच मतदान करने की अनुमति दी जाएगी।
मणिपुर विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे। मणिपुर में होने वाले दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार 3 मार्च को ही थम गया था। मणिपुर सरकार का कार्यकाल 20 मार्च 2017 को शुरू हुआ था और 19 मार्च 2022 को सरकार का कार्यकाल पूरा हो रहा है। मणिपुर में कुल साठ विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 38 विधानसभा क्षेत्रों में 28 फरवरी को पहले चरण में मतदान हुआ था। चुनाव आयोग के अनुसार, 28 फरवरी को मणिपुर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में राज्य में औसतन 78.30 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार भाजपा राज्य की 60 विधानसभा सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने छह राजनीतिक दलों का गठबंधन बनाया है और इसका नाम प्रगतिशील धर्मनिरपेक्ष गठबंधन रखा है। प्रगतिशील धर्मनिरपेक्ष गठबंधन में कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), फारवर्ड ब्लाक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) और जनता दल (सेक्युलर) शामिल हैं। 2017 के मणिपुर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 28 सीटों पर जीत हासिल की थी। राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद भी कांग्रेस को सत्ता से दूर रहना पड़ा। वहीं भाजपा को 2017 में 21 सीटों पर जीत मिली थी। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) को चार-चार सीटें मिलीं, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने केवल एक सीट हासिल की। बीजेपी को 36.28 फीसदी वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 35.11 फीसदी वोट मिला था। हालांकि बाद में बीजेपी ने बीरेन सिंह के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए एनपीपी, एनपीएफ और लोजपा के साथ गठबंधन किया था। इस चरण में थोउबल, चंदेल, उखरूल, सेनापति, तामेंगलोंग और जिरिबाम जिलों की 22 सीटों के लिए मतदान हो रहे हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल ने कहा था कि 1,247 मतदान केन्द्रों में मतदान कराने के लिए सभी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इन चरण में 92 उम्मीदवारों की राजनीतिक तकदीर का फैसला होगा। इनमें भाजपा के 12,कांग्रेस के 18, नेशनल पीपुल्स पार्टी के 11, जनता दल यूनाइटेड और नगा पीपुल्स फ्रंट के दस -दस उम्मीदवार शामिल हैं। मतदान शाम चार बजे तक चलेगा।
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मणिपुर में अंतिम चरण में सुबह 9 बजे तक 11.40 फीसदी वोटिंग -सुबह सात बजे से 6 जिलों की 22 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी -भाजपा नेता थोकचोम राधेश्याम सिंह ने जनता से की मतदान की अपील -कांग्रेस के इबोबी सिंह ने कहा- हम इस बार थौबल में 10 में 9 सीट जीतेंगे