नई दिल्ली । कई रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा समय में कच्चे तेल के दाम के हिसाब से पेट्रोल-डीजल का रेट तय किया जाता है तो 10 से 12 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी हो सकती है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने रिपोर्ट में कहा कि दो महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने से खुदरा तेल कंपनियों को लागत निकालने के लिए 16 मार्च 2022 या उससे पहले ईंधन की कीमतों में 12।1 प्रति लीटर की वृद्धि करनी होगी। तेल कंपनियों के मार्जिन को भी जोड़ लें, तो 15।1 रुपये प्रति लीटर की मूल्य बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत गुरुवार को 120 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई थी, जो बीते नौ वर्षों में सबसे ज्यादा है।
हालांकि शुक्रवार को इसकी कीमत थोड़ी घटकर 111 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई। उल्लेखनीय है कि कच्चे तेल की कीमत में उछाल को रूस-यूक्रेन युद्ध से जोड़कर देखा जा रहा है। रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों से वैश्विक तेल आपूर्ति में और रुकावट आने की संभावना है। जबकि ईरान, वेनेजुएला जैसे देश पहले ही प्रतिबंधों के कारण पर्याप्त तेल आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं।
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10 से 12 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम