जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतिपुरा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। इस फिदायीन हमले के तुरंत बाद जैश के समर्थन वाले टेलिग्राम चैनलों पर ऐसे संदेशों की बाढ़ थी, जिनमें इस टेरर अटैक की जिम्मेदारी लेने की बात कही गई है। इन संदेशों में 'हिंदू भारतीय सैनिकों' पर हमला सफल होने की बात कही गई।
खैबर पख्तूनख्वा से जारी संदेश में कहा गया कि भारतीय जिहाद कांग्रेस की यह 5वीं कार्रवाई थी। संदेश में आतंकी हमले की जगह को पांपेर हाईवे कहा गया है। जैश ने अपने संदेशों में हमले में 100 भारतीय हिंदू सैनिकों की हत्या का दावा किया है। मैसेज में कहा गया है कि भीषण हमले में एक दर्जन से ज्यादा वाहन तबाह हुए हैं और 100 से अधिक हिंदू सैनिकों की मौत हुई है। यही नहीं विस्फोटकों से लदी जीप के लीडर को इस संदेश में गाजी कहा गया है। इन संदेशों के जरिए इस बात का अनुमान लगाया जा रहा है कि विस्फोटकों से लदे वाहन को चलाने वाला आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर था। इन संदेशों के कुछ समय बाद ही पुलवामा के स्थानीय युवक आदिल अहमद डार ने एक विडियो रिलीज कर इस हमले को जैश की ओर से खुद अंजाम देने का दावा किया।
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जैश ने ली पुलवामा हमले की जिम्मेदारी, फिदायीन हमलावर को बताया 'गाजी'