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 दिल्ली सरकार ने खोले आम आदमी स्कूल क्लीनिक

 दिल्ली सरकार ने खोले आम आदमी स्कूल क्लीनिक

नई दिल्ली  । दिल्ली सरकार स्कूली छात्रों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास के लिए एक पहल के तहत आम आदमी स्कूल क्लीनिक शुरू किया है। गौरतलब है कि बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में सरकारी स्कूलो में आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक की तर्ज पर आम आदमी स्कूल क्लीनिक खोले गए हैं। बता दें कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ मोती बाग के सर्वोदय कन्या विद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में 20 आम आदमी स्कूल क्लीनिक का उद्घाटन किया। ये 20 क्लीनिक दिल्ली सरकार द्वारा द हंस फाउंडेशन के सहयोग से लागू की गई एक पायलट परियोजना का हिस्सा हैं। इस मौके पर, सिसोदिया ने स्कूल परिसर के भीतर छात्रों के लिए मानसिक स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, ''यह पहल शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। आम आदमी स्कूल क्लीनिक में डॉक्टर और मनोवैज्ञानिक होते हैं जो छात्रों की समस्याओं को सुनते हैं।य मनोवैज्ञानिक होना सबसे बड़े कदमों में से एक है क्योंकि यह हमारे हैप्पीनेस करिकुलम में एक और एडिशन होगा। वहीं स्वास्थ्य मंत्री जैन ने कहा, ''कार्यक्रम को युवा छात्रों की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ध्यान से तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य ट्रेंड प्रोफेशनल्स द्वारा नियमित रूप से पूरे शरीर की स्वास्थ्य जांच, डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य प्रबंधन पर मार्गदर्शन, तनाव प्रबंधन जैसे मुद्दों पर समूह जागरूकता सत्र और एक मनोवैज्ञानिक द्वारा व्यक्तिगत चिकित्सा सत्र प्रदान करके स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है। इसका उद्देश्य न केवल समग्र विकास में बदलाव लाना है बल्कि छात्रों को सशक्त बनाकर एक मजबूत भविष्य के निर्माण पर काम करना है उन्होंने कहा कि,''यह पूरे देश में अपनी तरह का अनूठा पहला प्रोजेक्ट है। यह वर्तमान में दिल्ली सरकार के 20 स्कूलों में एग्जीक्यूट किया जा रहा है और आगे दिल्ली के आसपास के और स्कूलों में स्थापित किया जाएगा। प्रत्येक क्लिनिक में एक प्रशिक्षित डॉक्टर, एएनएम, मनोवैज्ञानिक और बहु-कार्य कार्यकर्ता होंगे। किसी भी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्या के लिए छात्रों की जांच के लिए एएनएम जिम्मेदार होगी। शारीरिक स्वास्थ्य की समस्या के मामले में, एएनएम छात्र को डॉक्टर के पास भेज देगी, जबकि मनोवैज्ञानिक के पास यदि आपको कोई मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंता है तभी भेजा जाएगा।
 

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