नई दिल्ली । मिशन-2022 के चुनावों में जहां एक ओर जनता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार पर भरोसा जताया है। वहीं उनके मंत्रिमंडल के कद्दावर मंत्रियों में केशव प्रसाद मौर्य, सुरेश राणा, राजेंद्र सिंह उर्फ मोती सिंह, इटवा से सतीश चंद्र द्विवेदी चुनाव हार गए। चुनाव मैदान में उतरे 47 मंत्रियों में से 36 मंत्रियों को विजय हासिल हुई, जबकि 10 मंत्री चुनाव हार गए। चुनाव हारने वाले 17 कैबिनेट मंत्रियों में तीन मंत्री क्रमश डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, गन्ना मंत्री सुरेश राणा और राजेंद्र सिंह उर्फ मोती सिंह चुनाव हार गए। स्वतंत्र प्रभार वाले छह राज्यमंत्रियों में दो मंत्री बलिया के फेफना से उपेंद्र तिवारी और इटवा से बेसिक शिक्षा मंत्री रहे सतीश चंद्र द्विवेदी चुनाव हार गए हैं। 24 राज्यमंत्री में से पांच मंत्री चुनाव हारे हैं। हारने वाले राज्य मंत्रियों में मुख्य रूप से हुसैनगंज से रणवेंद्र प्रताप सिंह(धुन्नी सिंह), गाजीपुर से संगीता बलवंत, बैरिया से आनंद स्वरूप शुक्ला, चित्रकूट से चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय और बरेली की बहेड़ी सीट से छत्रपाल गंगवार प्रमुख हैं।सतीश चंद्र द्विवेदी के पास बेसिक शिक्षा विभाग था। यहविभाग उन्हें अनुपमा जायसवाल से लेकर दिया गया था। इस बार चुनाव में अनुपमा जायसवाल फिर चुनाव मैदान में थीं। चुनाव जीतने में वे सफल रहीं। राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को पार्टी ने विधानसभा क्षेत्र बदलकर मैदान में उतारा था। पार्टी ने इस बार उन्हें बलिया के बैरिया विधानसभा क्षेत्र से उतारा था। जहां उन्हें भाजपा के ही बागी उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह ने नुकसान पहुंचाया।
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योगी सरकार के मंत्रियों के खिलाफ दिखा गुस्सा 2-4 नहीं पूरे 10 हारे