नई दिल्ली । यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच चीन ने रूस की मदद करने से इनकार कर दिया है। बोइंग और एयरबस द्वारा कलपुर्जों की आपूर्ति रोकने के बाद रूस ने चीन की ओर रुख किया था लेकिन चीन ने रूसी एयरलाइंस को विमान के पुर्जों की आपूर्ति करने से इनकार कर दिया है। बता दें कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से पश्चिमी देशों द्वारा मॉस्को पर लगातार प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। रूस पर हाल के दिनों में इतने प्रतिबंध लगाए गए हैं कि रूस ने उत्तर कोरिया और ईरान जैसे देशों को भी पीछे छोड़ दिया है। हाल ही में रूसी विदेश मंत्रालय ने इस सप्ताह चेतावनी दी थी कि रूसी यात्री उड़ानों की सुरक्षा खतरे में थी। इंटरफैक्स सहित एजेंसियों ने हवाई जहाज की उड़ान योग्यता बनाए रखने के लिए जिम्मेदार एक रूसी फेडरल एयर ट्रांसपोर्ट एजेंसी अधिकारी वालेरी कुडिनोव के हवाले से कहा कि चीन द्वारा मना करने के बाद रूस अब भारत और तुर्की जैसे देशों से मदद की उम्मीद में है। उन्होंने आगे बताया है कि कि रूसी कंपनियां अपने विमानों को रजिस्टर कर रही हैं जिनमें से कई विदेशों में रजिस्टर्ड हैं। रूस में अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के विमानन प्रतिबंधों के बाद उन्हें उम्मीद है कि कुछ अन्य लोगों को पट्टे पर देने वाली कंपनियों को वापस कर दिया जाएगा। बता दें कि 10 मार्च को प्रकाशित एक मसौदा कानून ने रूसी सरकार को घरेलू एयरलाइनों को पट्टे पर विमान के लिए रूबल में भुगतान करने का आदेश देने की योजना बनाई है और पट्टे रद्द होने पर उन्हें विदेशी कंपनियों के लिए विमानों को वापस करने से रोक सकता है।
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चीन ने रूस की मदद करने से कर दिया इनकार पुतिन को अब भारत से है उम्मीद