नई दिल्ली । पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस नेतृत्व में एक बार फिर बदलाव की मांग उठने लगी है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पार्टी में नई जान फूंकने की बात कही है। थरूर ने कांग्रेस पार्टी को सबसे विश्वसनीय विपक्षी दल भी बताया है। थरूर इससे पहले भी पार्टी में बदलाव और सुधार की मांग कर चुके हैं। शशि थरूर ने देश में विभिन्न दलों के विधायकों की संख्या वाला एक चार्ट साझा करते हुए ट्वीट किया, 'यही वजह है कि कांग्रेस सबसे विश्वसनीय राष्ट्रीय विपक्षी पार्टी बनी हुई है। इसीलिए सुधार और नयी जान फूंकनी जरूरी है।' थरूर की यह टिप्पणी उस वक्त आई जब कांग्रेस कार्य समिति की बैठक भी चल रही थी। इस बैठक में पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी समेत कई सीनियर नेता शामिल हुए थे। शशि थरूर कांग्रेस के जी-23 नेताओं में शामिल हैं। इनके अलावा इसमें गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी समेत कुल 23 नेता शामिल हैं। अगस्त 2020 में 23 कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सक्रिय नेतृत्व और संगठन में व्यापक बदलाव की मांग की थी। तब से ये नेता चर्चा में बने रहते हैं और जब-जब पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है तब-तब ये नेता अपनी मांग को दोहराते रहते हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से पहले सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व का समर्थन करते हुए रविवार को कहा कि राहुल गांधी अकेले व्यक्ति हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरे दमखम से मुकाबला कर कर रहे हैं। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी है। पंजाब में सत्ता भी गंवानी पड़ी है। इसके अलावा यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में पार्टी का प्रदर्शन एक बार फिर निराशा जनक ही रहा है। चुनाव में करारी हार पर मंथन के लिए रविवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हुई।
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करारी हार के बाद फिर एक्टिव हुए जी-23 नेता थरूर