नई दिल्ली । अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। सिन्हा ने ट्विटर पर कहा कि वह 'बंगाल की बाघिन' ममता बनर्जी के निमंत्रण पर टीएमसी में शामिल हुए हैं। उन्होंने लिखा, "यह बताते हुए खुशी हो रही है कि बंगाल की बाघिन... आजमाई हुई, परखी हुई और सफल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निमंत्रण पर मैं टीएमसी में शामिल हो गया हूं। सही मायने में एक महान महिला, जनता की महान नेता के गतिशील नेतृत्व में मैं चुनाव लड़ूंगा। अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा को टीएमसी ने आसनसोल लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है जिसके लिए उन्होंने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी के प्रति आभार प्रकट किया। इसके साथ ही सिन्हा ने विरोधियों की ओर से लगाए गए 'बाहरी' होने के आरोप को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य बनर्जी के हाथों में है। मैं देशभर में 'खेला होबे' का विस्तार कर उनके हाथ मजबूत करूंगा। सिन्हा ने कहा, “लोकसभा उपचुनाव में आसनसोल से ममता बनर्जी ने मुझे खुद तृणमूल उम्मीदवार घोषित किया है, यह मेरे लिए गर्व की बात है। वह जांची परखी और सफल नेत्री हैं जिनके हाथ में देश का भविष्य है। आज की सरकार विभाजनकारी राजनीति करती है जिसके विरुद्ध बनर्जी खड़ी हो सकती हैं। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ आने के लिए कांग्रेस का दामन छोड़ा, सिन्हा ने कहा, 'मैं केवल इतना कहूंगा कि मैंने सांप्रदायिक सौहार्द और लोगों के कल्याण के लिए लड़ाई में बनर्जी का साथ दे रहा हूं।' सिन्हा, अटल बिहारी वाजपेयी नीत पूर्ववर्ती राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में मंत्री थे और उन्होंने बाद में भाजपा छोड़कर कांग्रेस के टिकट पर 2019 में पटना साहिब से लोकसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में वह रवि शंकर प्रसाद से हार गए थे। आसनसोल सीट पर होने वाले उपचुनाव में बनर्जी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है।
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शत्रुघ्न सिन्हा टीएमसी में शामिल पार्टी बदलते ही ममता बनर्जी को बताया बंगाल की बाघिन