बांग्लादेश के जनक के माने जाने वाले भारत के संबंधों को लेकर यहां की पीएम शेख हसीना ने अपने चीन दौरे के समय भारत के साथ संबंधों को 'जैविक' बताया है। शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश के भारत के साथ संबंध 'कुछ बिलियन डॉलर के व्यापार से भी परे हैं।' बांग्लादेश की पीएम ने चीन के दलियान में वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि क्षेत्र और क्षमता में अंतर होने के बावजूद भारत और बांग्लादेश सतत विकास और कनेक्टिविटी के माध्यम से ही शांति और सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्होंने कहा, 'हमारे संबंध सिर्फ जैविक हैं। हमने अपनी (बांग्लादेश की) आजादी के लिए साथ में खून बहाया है।' उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंध कुछ बिलियन डॉलर के व्यपार से भी परे हैं। हसीना ने कहा कि वहीं दूसरी तरफ हमारे संबंध चीन के साथ भी बेहद अच्छे हैं। चीन कई बड़े प्रॉजेक्ट में बांग्लादेश का साझेदार है। हसीना ने कहा कि जापान के साथ भी हमारे संबंध ऐतिहासिक हैं यह सिर्फ सबसे बड़ा ओडीए पार्टनर होने नाते नहीं है। वहीं लिब्रेशन वॉर के समय रूस भी हमारे साथ खड़ा हुआ था और अब ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में हमारी मदद कर रहा है। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि वह एक साथ भारत और चीन के साथ कैसे संबंध साधेंगी तो उन्होंने कहा कि उनकी सरकार विदेश संबंधों को लेकर संतुलन बनाकर चलती है। हसीना ने कहा कि जब पहली बार उन्होंने 1996 में पीएम पद संभाला था तो सबसे बड़े चुनौतीपूर्ण मुद्दे भारत के साथ गंगा के पानी का बंटवारे को हल किया था।