यह रोग विश्व व्यापी बन गया हैं और इसके दुष्प्रभाव से सामान्यतः कोई नहीं बचा हैं ,कारण वर्तमान की जीवन शैली ,खानपान ,तनाव ,भागमभाग भरी जिंदगी .यह बात सही हैं पर हम यदि अपने खानपान में कुछ ऐसी सब्जियां लेना शुरू कर दे तो बचाव संभव हो सकता हैं .आजकल हम रेडीमेड फ़ास्ट फ़ूड के आदी हो चुके हैं जिससे हम रोग से शीघ्र ग्रसित हो रहे हैं .यदि हम खुले मन से इनको अंगीकार करे तो बहुत सीमा तक बचाव हमारे हाथ में हैं .
डायबिटीज एक गंभीर समस्या है जिसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। इसका मतलब यह है कि एक बार जो इसकी चपेट में आ गया, वो कभी इससे बाहर नहीं निकल सकता है। इस रोग में मरीज का ब्लड शुगर तेजी से बढ़ने लगता है, जिससे कई गंभीर समस्याओं का खतरा हो सकता है।
डायबिटीज में आपको ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए, जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लेवल कम होता है और शुगर व कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है। ऐसा माना जाता है कि कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू वाले खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं।
डायबिटीज के मरीजों को क्या खाना चाहिए? एक्सपर्ट्स डायबिटीज के मरीजों को हेल्दी डाइट लेने की सलाह देते हैं क्योंकि इसके जरिए ही ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। अनाज, पास्ता, फल, दूध, मिठाई और ब्रेड जैसे कार्बोहाइड्रेट जैसे खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर बढ़ा सकते हैं। आपको इन चीजों से बचन चाहिए या बहुत कम सेवन करना चाहिए।
डायबिटीज में आपको ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए, जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लेवल कम होता है और शुगर व कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है। ऐसा माना जाता है कि कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू वाले खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं।
कद्दू और कद्दू के बीज
एक अध्ययन के अनुसार, पीले रंग का कद्दू फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट का खजाना है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में सहायक है। मेक्सिको और ईरान जैसे कई देशों में कद्दू का उपयोग डायबिटीज के उपचार के रूप में किया जाता है। कद्दू में पॉलीसेकेराइड नामक कार्ब्स की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है।
नींबू
नींबू डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बढ़िया विकल्प है। नींबू पानी पीने से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिलती है। इसमें कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी बहुत कम होती है और यह आपको हाइड्रेटेड रखता है। डायबिटीज के मरीजों को डिहाइड्रेशन का खतरा होता है, ऐसे में नींबू पानी उनके लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
आड़ू
आड़ू एक ऐसा फल है जिसमें वो सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी हैं। इसमें नैचुरल शुगर होती है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल रखता है। अगर इसके ग्लाइसेमिक इंडेक्स की बात करें, तो इसकी जीआई रैंकिंग 28 है।
पीली गाजर
गाजर में बीटा कैरोटीन आंखों की रोशनी में मदद करने के लिए जाना जाता है और इसमें विटामिन ए भी अधिक मात्रा में होता है। अप इसे मटर के साथ खा सकते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है जोकि सिर्फ 19 होता है।
खुबानी
खुबानी एक स्वादिष्ट फल है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर विकल्प है। इसे किशमिश की तरह सूखाकर भी खाया जाता है। इसमें वो सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी हैं। इसका कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के कारण आप इसे आसानी से डाइट में शामिल कर सकते हैं।
हल्दी का सीमित मात्रा में सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को काफी हद तक कम किया जा सकता है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आपको हल्दी का ज्यादा फायदा लेने के लिए इसमें आंवला और अदरक मिला सकते हैं।
: हल्दी के फायदों की बात करें, तो यह खाने में रंग और स्वाद देने के लिए अलावा कई रोगों के उपचार में सहायक है। इसमें मौजूद सौ से अधिक रासायनिक यौगिकों के इसे चमत्कारी मसाला कहा जाता है। हल्दी में करक्यूमिन नामक एक सक्रिय यौगिक होता है, जो कई बीमारियों को रोक सकता है।
हल्दी का सीमित मात्रा में सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को काफी हद तक कम किया जा सकता है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आपको हल्दी का ज्यादा फायदा लेने के लिए इसमें आंवला और अदरक मिला सकते हैं।
हल्दी, आंवला और अदरक सभी के विभिन्न लाभ हैं। जब इन तीनों चीजों को एक साथ मिला दिया जाता है, तो एक हेल्दी टॉनिक तैयार होता है। आयुर्वेद में इन तीनों चीजों के सेवन से सेहत को अनगिनत लाभ होते हैं।
हल्दी के साथ अदरक और आंवला का रस मिलाकर लेने से आपको ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है। इन तीनों चीजों में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट सहित विभिन्न पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शुगर को बढ़ने से रोकते हैं। इतना ही नहीं, यह कॉम्बिनेशन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में भी सहायक है।
अदरक और हल्दी के गुण पेट की समस्याओं के इलाज में काफी उपयोगी हैं, जिसमें सूजन, अपच, पेट दर्द और मतली शामिल हैं। यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो लगातार इस तरह की समस्याओं से जूझते हैं, तो आपको रोजाना इस मिश्रण का खाली पेट सेवन करना चाहिए।
रोजाना सुबह इस मिश्रण को लेने से आपको सर्दी-खांसी के लक्षणों से राहत मिल सकती है। अदरक में वो सभी गुण पाए जाते हैं, जो सर्दी और खांसी से लड़ने में मदद करते हैं। आंवला विटामिन का भंडार है, जो शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत देता है।
चूंकि यह मिश्रण एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों का खजाना है इसलिए यह शरीर के दर्द का इलाज करने में आपकी बहुत मदद कर सकता है। हालांकि आपको इस मिश्रण का सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए।
बैंगन एक ऐसी सब्जी है जिसमे कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट में कम यह सब्जी शरीर के लिए जरूरी सभी पोषक तत्वों का भंडार है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आपको इस सब्जी को अपने खाने में किसी भी हाल में शामिल करना चाहिए।
बैंगन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, जो आपके ब्लड शुगर को नहीं बढ़ाता है। यह एक नॉनस्टार्च वाला फूड है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) लगभग 15 है, जिस वजह से यह डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड ग्लूकोज लेवल को नहीं बढ़ाते हैं और धीरे-धीरे अवशोषित होते हैं।
बैंगन में वो सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी होते हैं। इसमें बड़ी संख्या में विटामिन, मिनरल्स और घुलनशील फाइबर होते हैं। सबसे बड़ी बात इसमें कैलोरी और वसा कम होता है। इसमें नियासिन, मैंगनीज और कॉपर जैसे अन्य पोषक तत्व भी कम संख्या में होते हैं।
अगर बैंगन के फायदों की बात की जाए, तो इसका सबसे बड़ा यह है कि यह पाचन के लिए अच्छा है और यह फाइबर से भरपूर सब्जी है। यह शुगर के मरीजों में इंसुलिन बढ़ाने का काम करती है और ब्लड शुगर को कंट्रोल रखती है। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर यह सब्जी वजन घटाने में भी सहायक है।
आप बैंगन के टुकड़ों पर राइस ब्रान लगाकर फ्राई करके खा सकते हैं। या फिर बैंगन की सब्जी बनाते समय नारियल मिक्स कर सकते हैं। साबुत अनाज की ब्रेड के बीच कटा हुआ बैंगन के टुकड़े लगाकर टोस्ट करें और फिर बेक करें। बैंगन को गोल टुकड़ों में काट लें, जैतून के तेल की कुछ बूंद डालें और नमक, काली मिर्च और कुछ लहसुन छिड़कें। उन्हें मध्यम आंच पर दोनों तरफ से 5 मिनट के लिए ग्रिलर में रखें। भुना हुआ बैंगन का सूप भी बेहतर विकल्प है।
ऐसा माना जाता है कि बैंगन के पत्तों में फाइबर और मैग्नेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में सहायक हो सकते हैं। कई बार लोग सब्जी बनाते समय इसके छोटे-छोटे बीजों को निकाल देते हैं। आपको बता दें कि यह बीज पाचन को दुरुस्त रखने में सहायक हैं। अगर आप शुगर के मरीज हैं, तो आपको बैंगन के पत्तों को डाइट में शामिल करना चाहिए।
बैंगन में विटामिन ए और सी जैसे हाई एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो सेल डैमेज होने से बचाते हैं। कम कैलोरी होने की वजह से यह वजन घटाने के लिए बढ़िया फूड है। फाइबर से भरपूर एक रेचक के रूप में कार्य करता है और कब्ज के इलाज में भी मदद करता है। बैगन फोलेट से भरपूर होता है, जो एनीमिया को रोकने में मदद करता है। बैगन द्वारा उत्पादित ग्लाइकोकलॉइड त्वचा कैंसर को रोकने में मदद करता है।
(लेखक-विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन )