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 चौथी लहर को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं है एक्सपटर्स -चीन और यूरोप में मचा हुआ है हाहाकार

 चौथी लहर को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं है एक्सपटर्स -चीन और यूरोप में मचा हुआ है हाहाकार

नई दिल्ली । कोरोना वायरस की चौथी लहर को लहर को लेकर भारतीय एक्सपटर्स ज्यादा चिंतित नहीं है। वहीं चीन और यूरोप में हाहाकार मचा हुआ है। ओमिक्रोन का सब-वेरिएंट बीए2 के चलते दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है।  भारत की स्थिति को देखें, तो जानकार यहां चौथी लहर को लेकर ज्यादा चिंतित नजर नहीं आ रहे हैं। इसके लिए वे टीकाकरण और इम्युनिटी समेत कई कारण गिनाते हैं। फिलहाल, कुछ दिनों से देश में संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या लगातार कम रही है। 
जाने-माने वायरोलाजिस्ट और वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कालेज (सीएमसी) के पूर्व प्रोफेसर डा टी जैकब जान ने कहा कि कोरोना महामारी की चौथी लहर के आने की संभावना बहुत कम है, लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है। डा जान ने कहा कि फिलहाल न तो वैज्ञानिक और न ही महामारी विज्ञान से जुड़े कोई कारण नजर आ रहे हैं, जिससे यह कहा जा सके कि कोरोना महामारी की चौथी लहर आएगी। परंतु, कोई भी यह भविष्यवाणी नहीं कर सकता है कि यह आएगी ही नहीं। उन्होंने कहा कि भले ही चौथी लहर की संभावना बहुत कम है, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है। वायरस और उसमें होने वाले बदलाव पर नजर बनाए रखना आवश्यक है।प्रोफेसर डा टी जैकब जान ने कहा कि नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराते रहना भी जरूरी है, ताकि किसी नए वैरिएंट के उभरने की समय रहते जानकारी मिल सके। यह भी देखते रहना होगा कि स्थानीय स्तर पर ओमिक्रोन के मामले तो नहीं बढ़ रहे हैं। केंद्र ने राज्यों से निगरानी बढ़ाने को कहा दक्षिण पूर्वी एशिया के कुछ देशों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र ने राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से सतर्क रहने और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और सांस के गंभीर संक्रमण पर निगरानी रखने को कहा है। सरकार ने कहा है कि इन बीमारियों से ग्रसित मरीजों की कोरोना जांच की जाए और संक्रमित पाए जाने पर उनके नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराई जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना के बारे में सतर्कता बरतने को कहा है। दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों और यूरोपीय देशों में कोरोना केस बढ़ने के मद्देनजर यह सतर्कता संदेश भेजे गए हैं। भारत में रविवार को 1,761 केस आए और 127 मौतें दर्ज की गईं। कोरोना के खिलाफ देश में अब तक वैक्सीन की 1,81,21,11,675 डोज दी जा चुकी हैं। 
इसका असर भी कोविड संक्रमण दर पर दिख रहा है। भारत में अभी कोरोना के कुल एक्टिव केस 26,240 हैं। अब तक देश में कोविड-19 के 4,30,07,841 मामले आ चुके हैं। वहीं कोरोना ने 5,16,479 लोगों की जान ली है। हालांकि 4,24,65,122 केस में रिकवरी भी हुई है। देश में 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर शुरू होने वाली हैं।जानकारी के अनुसार, भूषण ने राज्यों के मुख्य सचिवों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया कि आर्थिक और अन्य सार्वजनिक गतिविधियां बढ़ने के बीच कोरोना के मामले में सावधानी भी उतनी ही जरूरी है। इसलिए कोरोना संबंधी नियमों और उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करें। नियमों का पालन कराएं।
 

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