नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार अपने आस्ट्रेलियाई समकक्ष स्काट मारिसन साथ शिखर वार्ता की। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में ही दोनों देशों में संबंध बहुत बेहतर हुए हैं। शिखर वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, शिक्षा और इनोवेशन, साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आने वाले समय में दोनों देश मिलकर काम करने वाले हैं। मोदी ने कहा कि हमारा क्षेत्र बढ़ते परिवर्तन और बहुत दबाव का सामना कर रहा है और मुझे लगता है कि हमारे क्वाड लीडर्स ने हाल ही में हमें रूस के यूक्रेन पर आक्रमण पर चर्चा करने का भी एक बड़ा अवसर दिया है।
पीएम ने कहा कि सीईसीए (व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता) का शीघ्र पूरा होना दोनों देशों के आर्थिक संबंधों और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि क्वाड में भी हमारे बीच अच्छा सहयोग चल रहा है और यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बता दें कि शिखर सम्मेलन में भारत में ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा अब तक का सबसे बड़ा व्यापार समझौता होने की उम्मीद है। कहा जा रहा है कि कैनबरा भारत में कई क्षेत्रों में 1,500 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा कर सकता है। इस महीने के अंत तक दोनों देशों के बीच जल्द फसल समझौता होने की भी उम्मीद है। फसल समझौते का उद्देश्य दोनों देशों या व्यापारिक ब्लॉकों के बीच कुछ सामानों पर व्यापार शुल्क को कम करना है। बता दें कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच पहली वर्चुअल शिखर वार्ता जून 2020 में हुई थी। उस दौरान व्यापक रणनीतिक साझेदारी के लिए कई फैसले भी लिए गए थे। हालांकि, इस बार व्यापार, महत्वपूर्ण खनिजों, प्रवास और गतिशीलता और शिक्षा में घनिष्ठ सहयोग पर चर्चा होने की उम्मीद है।
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पीएम मोदी ने आस्ट्रेलियाई समकक्ष मारिसन साथ शिखर वार्ता की