नई दिल्ली । चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ जुड़ने की चर्चा है। सीएम राव सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजनीति में शून्य को भरने की कोशिशें जारी हैं। राव भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ अनेक राजनीतिक दलों को साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पूरे देश में 'परिवर्तन' लाने के लिए उनके साथ काम कर रहे हैं। दोनों तेलंगाना में भी साथ काम कर रहे हैं।पीके के साथ 300 करोड़ रुपये के करार की खबरों को केसीआर ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "प्रशांत किशोर पिछले 7-8 वर्षों से मेरे सबसे अच्छे दोस्त हैं। उन्होंने कभी पैसे के लिए काम नहीं किया है। वह पेड वर्कर नहीं हैं। मुझे खेद है कि आप देश के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को नहीं समझते हैं। पीके के मेरे साथ काम करने से किसी को क्या दिक्कत हो सकती है? लोग उन्हें बम को रूप में क्यों देख रहे हैं। पीके ने कथित तौर पर पिछले महीने हैदराबाद के बाहर एक फार्महाउस पर केसीआर से मुलाकात की थी। दरअसल, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के 2024 के आम चुनावों से पहले भाजपा के खिलाफ मोर्चा बनाने में जुटे हुए हैं। पिछले कुछ महीनों से केसीआर के पीएम मोदी और बीजेपी पर हमलों में तेजी आई है। फरवरी में जब पीएम मोदी संत रामानुजाचार्य की प्रतिमा के विमोचन के लिए हैदराबाद गए थे, तो राव स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उनसे नहीं मिले थे। अभी हाल ही में केसीआर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उनके सहयोगी शरद पवार और झारखंड के हेमंत सोरेन जैसे विपक्षी नेताओं के साथ कई बैठकें की हैं। राव ने कहा है कि वह हैदराबाद में क्षेत्रीय दलों के नेताओं की एक बैठक की मेजबानी करने के इच्छुक हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत किशोर की राजनीतिक सलाहकार टीम आई-पीएसी ने अगले साल दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए केसीआर के लिए जमीनी काम शुरू कर दिया है। इसे लेकर एक करार पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं, हालांकि इसकी डिटेल अभी तक सामने नहीं आई है।
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2024 से पहले बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बनाने की कोशिश: प्रशांत किशोर