तोक्यो । इनदिनों यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की रूसी आक्रमण के खिलाफ संघर्ष को लेकर अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिशों के तहत बुधवार को जापान की संसद को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करने वाले हैं। जापान अतीत के विपरीत इस बार जी-7 समूह के अन्य देशों की तरह ही रूस के खिलाफ कठोर कदम उठा रहा है। हालांकि, तोक्यो के प्रतिबंधों का मॉस्को ने कड़ा प्रतिरोध किया है। रूस के खिलाफ कार्रवाई से किसी भी तरह का समझौता पूर्वी एशिया में एक बुरी मिसाल कायम कर सकता है, जहां चीन तेजी से मुखर सैन्य कार्रवाई कर रहा है। जेलेंस्की का लगभग दस मिनट लंबा संबोधन जापानी संसद के निचले सदन के बैठक कक्ष में दिखाया जाएगा। निचला सदन जापानी संसद के दोनों सदनों में ज्यादा ताकतवर माना जाता है, प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी इसके सदस्य हैं।
जेलेंस्की इससे पहले अमेरिकी कांग्रेस के अलावा यूरोप, कनाडा और इजराइल की संसद को भी वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर चुके हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश और फिलिपींस की पूर्व राष्ट्रपति ग्लोरिया माकापागल अरोयो सहित कई विदेशी हस्तियां अपने जापान दौरे पर वहां की संसद को संबोधित कर चुकी हैं, लेकिन किसी नेता द्वारा वर्चुअल माध्यम से भाषण दिया जाना अभूतपूर्व है। सोमवार को मॉस्को ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के विरोध में जापान द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के जवाब में विवादित कुरील द्वीप को लेकर तोक्यो के साथ जारी शांति वार्ता रद्द कर दी थी और संयुक्त आर्थिक परियोजनाओं से अलग होने की घोषणा भी की थी।
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वर्चुअल माध्यम से आज जापानी संसद को संबोधित करने वाले हैं जेलेंस्की