राजनीतिक में परिवारवाद को लेकर भले ही कितनी बहसे होती रहे पर इससे कोई भी पार्टी मुक्त नहीं हो पा रही है। अब कर्नाटक में लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद जनता दल सेक्युलर के अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने परिवारवाद के आरोपों को धता बताते हुए अपने पोते और राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल को राज्य में पार्टी के यूथ विंग का अध्यक्ष बना दिया।
माना जा रहा था कि निखिल की ताजपोशी से पार्टी में हलचल तेज होगी, लेकिन देवगौड़ा के एक और पोते की ओर से विरोध की किसी को उम्मीद नहीं थी। हासन सीट से सांसद और देवगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना ने दावा किया कि उन्हें अपने चचेरे भाई की ताजपोशी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। प्रज्वल ने दिल्ली में गुरुवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'मुझे एचके कुमारस्वामी को कर्नाटक जेडीएस का अध्यक्ष और मधु बंगरप्पा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की जानकारी है।'
रेवन्ना ने कहा, 'मुझे निखिल के यूथ विंग का अध्यक्ष बनाए जाने की कोई जानकारी नहीं है।' हालांकि करीब एक घंटे बाद प्रज्वल की भाषा बदल गई और एक बयान जारी कर कहा कि मैं प्रज्वल के अध्यक्ष बनाए जाने से नाखुश नहीं हूं। उधर, निखिल ने दावा किया कि यूथ विंग का अध्यक्ष बनाए जाने का फैसला अनपेक्षित था। निखिल ने वादा किया कि वह पार्टी को मजबूत बनाएंगे और अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे। निखिल ने कहा, 'मेरे पास शब्द नहीं हैं। मुझे सुबह 11 बजे फोन आया कि मुझे यूथ विंग का अध्यक्ष बनाया गया है और देवगौड़ा खुद फोन पर आए और कहा कि मैं ऑफिस आऊं।' निखिल ने माना कि यह जिम्मेदारी उनके लिए आसान नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैंने अपने पार्टी के नेताओं से कहा था कि इस पद को परिवार के बाहर किसी अन्य को दिया जाए।
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जेडीएस यूथ विंग के अध्यक्ष बने निखिल -एचडी देवगौड़ा ने पुत्र और सीएम कुमारस्वामी के बेटे हैं निखिल