देहरादून । उत्तराखंड के नवनियुक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में खटीमा सीट पर चुनाव हार गए थे। इसके बाद भी पार्टी नेतृत्व ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाए रखने का निर्णय लिया है। अब पुष्कर सिंह धामी को संविधान के अनुच्छेद 164 (4) के तहत छह माह के भीतर सदन का सदस्य बनना होगा। कई विधायकों ने सीएम धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने का प्रस्ताव किया है, लेकिन माना जा रहा है कि वह डीडीहाट सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, जहां से वरिष्ठ भाजपा नेता बिशन सिंह चुफाल चुनाव जीते हैं।
उन्हें राज्यसभा भेजने की तैयारी चल रही है। इसके बाद खाली होने पर इसी सीट से सीएम धामी को चुनाव लड़ाने की योजना बनाई गई है। डीडीहाट सीट से विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल अगर राज्यसभा भेजा जाता है, तो यह भाजपा और पुष्कर सिंह धामी के लिए सबसे सुरक्षित सीट हो सकती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार धामी इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
पुष्कर सिंह धामी के लिए 6 विधायक पहले ही अपनी सीट छोड़ने का प्रस्ताव दे चुके हैं। चंपावत से विधायक कैलाश गहटोदी और कपकोट से विधायक सुरेश गाड़िया के अलावा चार अन्य विधायकों ने मुख्यमंत्री को अपना समर्थन दिया और उनके लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की है। खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश शर्मा भी अपनी सीट छोड़ने का लिखित प्रस्ताव धामी को दे चुके हैं, जबकि डीडीहाट सीट से विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल अगर राज्यसभा भेजा जाता है, तो यह भाजपा और पुष्कर सिंह धामी के लिए सबसे सुरक्षित सीट हो सकती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार धामी इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
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बिशन सिंह चुफाल राज्यसभा भेजे गए तो डीडीहाट सीट से चुनाव लड़ सकते हैं सीएम धामी