थल सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने कहा कि पाकिस्तान फिर से कारगिल जैसी गलती नहीं दोहराएगा। क्योंकि उसने पिछली बार ऐसा करने का परिणाम देखा है। जनरल रावत ने कहा कि ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जिसे निर्वासित छोड़ दिया गया हो। मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान फिर से ऐसा करने की हिम्मत करेगा क्योंकि उसने पिछली बार ऐसा करने पर परिणाम देखा है। २६ जुलाई को कारगिल विजय दिवस के २० साल पूरे हो रहे हैं। २० साल पहले २६ जुलाई १९९९ को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी। इसलिए हर साल २६ जुलाई को ‘कारगिल विजय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। कारगिल युद्ध ३ मई १९९९ को शुरू हुआ गया था और अंत २६ जुलाई १९९९ को करीब ३ महीने बाद हुआ। इस युद्ध में भारतीय सेना के कुल ५२७ सैनिक शहीद हुए थे। १३६३ लोग घायल हुए थे। इस युद्ध को हर भारतवासी गर्व के साथ हर साल याद करता है। आगामी २६ जुलाई को पूरा देश कारगिल विजय दिवस मनाएगा।