नई दिल्ली । एक अप्रैल से आपकी जेब पर टोल का बोझ बढ़ने जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर को जोड़ने वाले लगभग सभी टोल प्लाजा पर वाहनों से वसूले जाने वाले शुल्क की दरें बढ़ने जा रही हैं। एक्सप्रेसवे पर एक वर्ष तक मुफ्त सफर भी खत्म होने जा रहा है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पहली अप्रैल से टोल लगाने को सहमति दी है। अब टोल दर संबंधी प्रस्ताव पर मोहर लगनी बाकी है। एनएचएआई ने बीते वर्ष अगस्त के प्रस्ताव से 10 से 12 फीसदी टोल दर बढ़ाने का सुझाव दिया है यानी अब दरें 155-160 रुपये के बीच रह सकती हैं। टोल परतापुर से पहले लगेगा। अभी सरायकाले खां से डासना के बीच सफर करने वालों से टोल नहीं लिया जाएगा, लेकिन डासना से आगे जाने वालों को टोल देना होगा। सराय काले खां से डासना के बीच चलती हुई कार से ऑटोमेटिक टोल वसूली होनी है जिसके लिए गाइड लाइन बन रही है। जब तक गजट नोटिफिकेशन जारी नहीं हो जाता यहां टोल वसूली नहीं होगी। दिल्ली-मेरठ के साथ ही ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर भी टोल दरें 10 फीसदी से अधिक बढ़ने जा रही हैं। 135 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे पर भी पहली अप्रैल से संशोधित दरें लागू हो जाएंगी। सभी श्रेणी के वाहनों के लिए टोल दरें बढ़ाने का प्रस्ताव है।
रीजनल नार्थ
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर 1 अप्रैल से टोल टैक्स