नई दिल्ली । योगी कैबिनेट 2.0 में मंत्री पद की शपथ लेने वाले स्वतंत्र देव सिंह ने बीजेपी में शामिल होने के बाद अपना नाम बदला था। कुर्मी समाज के बड़े नेता के तौर पर अपनी पहचान रखने वाले स्वतंत्र देव सिंह का बचपन का नाम कांग्रेस सिंह था। यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को योगी कैबिनेट में शामिल किया गया। योगी आदित्यनाथ के साथ मंत्री पद की शपथ लेने वाले 52 नेताओं में स्वतंत्र देव सिंह भी शामिल थे। स्वतंत्र देव सिंह की पहचान ओबीसी समाज के बड़े नेता के तौर पर की जाती है। लेकिन स्वतंत्र देव सिंह के नाम के साथ एक कहानी जुड़ी हुई है। दरअसल स्वतंत्र देव सिंह का ये नाम बचपन का नाम नहीं है। उन्हें विरासत में कोई और नाम मिला था जिसे बाद में उन्होंने बदल दिया। 13 फरवरी 1964 को मिर्जापुर जिले में जन्में स्वतंत्र देव सिंह का नाम उनके माता-पिता ने कांग्रेस सिंह रखा था। बाद में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने अपना नाम कांग्रेस सिंह से बदलकर स्वतंत्र देव सिंह कर लिया। स्वतंत्र देव सिंह कुर्मी समाज से आते हैं जिसे यूपी में पिछड़ी जाति माना जाता है। स्वतंत्र देव सिंह बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से साइंस ग्रेजुएट हैं। स्वतंत्र देव सिंह ने 1986 में एक दैनिक अखबार में बतौर रिपोर्टर अपने करियर की शुरूआत की थी। योगी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान भी स्वतंत्र देव सिंह को मंत्री बनाया गया था। इससे पहले वो बीजेपी में वाइस प्रेसिडेंट और जनरल सेक्रेट्री समेत कई अलग-अलग पदों पर रहे। साल 2019 में स्वतंत्र देव सिंह को यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। माना जाता है कि स्वतंत्र देव सिंह ने यूपी में बीजेपी की दोबारा वापसी में अहम भूमिका निभाई। खास तौर पर ओबीसी समाज में स्वतंत्र देव सिंह की अच्छी पकड़ मानी जाती है। यही वजह है कि स्वतंत्र देव सिंह की गिनती प्रभावी पिछड़े नेताओं में होती है। स्वतंत्र देव सिंह को राजनीति का लंबा अनुभव रहा है। स्वतंत्र देव सिंह भारतीय जनता युवा मोर्चा के भी अध्यक्ष रह चुके हैं।