नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद प्रशांत किशोर ने कहा था कि वह चुनावी रणनीतिकार के रूप में अब आगे किसी दल के लिए काम नहीं करेंगे। हालांकि, अटकलों पर गौर करें तो कांग्रेस पार्टी के साथ उनकी बातचीत जारी है। वह पहले गुजरात और फिर 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए काम कर सकते हैं। इसके लिए उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की है। कांग्रेस के दो नेताओं ने इस मुलाकात की पुष्टि भी की है। हालांकि, इस बैठक पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पीके के साथ यह बैठक गांधी परिवार के अन्य चुनावी रणनीतिकार सुनील कनुगोलू के साथ मुलाकात के एक दिन बाद हुई थी। दोनों नेताओं ने कहा कि प्रशांत किशोर की मुलाकात उनके गुजरात अभियान पर कांग्रेस पार्टी के साथ काम करने के बारे में थी। आपको बता दें कि यहां दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। प्रशांत किशोर के पूर्व सहयोगी सुनील कनुगोलू ने पिछले महीने कांग्रेस पार्टी के साथ काम करना शुरू किया, तो पीके की कांग्रेस के साथ काम करने की संभावनाएं धूमिल होती दिख रही थीं। दोनों ने 2014 में सिटिजन्स फॉर एकाउंटेबल गवर्नेंस संगठन में नरेंद्र मोदी के अभियान पर एक साथ काम किया। पीके ने उसके बाद अपना रास्ता अलग कर लिया। कानूनगोलू भारतीय जनता पार्टी के साथ काम करते रहे। 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने बीजेपी के साथ काम किया। कांग्रेस नेतृत्व को अब जिस सवाल पर काम करना है, वह यह है कि क्या कनुगोलू और किशोर दोनों साथ काम कर सकते हैं? कांग्रेस के दोनों नेताओं ने कहा, "कांग्रेस दोनों के लिए काम करने के लिए काफी बड़ी पार्टी है।" कनुगोलु मुख्य रूप से अगले साल कर्नाटक चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, लेकिन उन्हें एक नए सेल का नेतृत्व करने की उम्मीद है जो सभी चुनावी रणनीति को देखता है। एचटी को पता चला है कि कनुगोलू ने गांधी परिवार को बता दिया है कि अगर प्रशांत किशोर गुजरात और हिमाचल प्रदेश में पार्टी का मुद्दा उठाते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।
नेशन
कांग्रेस के लिए अपनी बात से पलट जाएंगे प्रशांत किशोर