नई दिल्ली । दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर चलने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर है। गुरुवार आधी रात से इस एक्सप्रेस वे की फ्री सेवा समाप्त हो जाएगी और एक अप्रैल से एक्सप्रेस वे से गुजरने वाले वाहनों से फास्टैग से टोल कटना शुरू हो जाएगा। क्योंकि अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चलने वाले वाहनों के लिए टोल में 10-15 प्रतिशत की बढोत्तरी की है। जो 1 अप्रैल से दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर संशोधित टोल दर लागू हो जाएगी।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर सराय काले खां और काशी टोल प्लाजा के बीच के कारों और हल्के मोटर वाहनों के लिए टोल 140 रुपये से बढ़ाकर 155 रुपये कर दिया गया है। इसके साथ ही सराय काले खां से रसूलपुर सिकरोड प्लाजा तक के नए रेट 100 रुपये और भोजपुर जाने के लिए 130 रुपये हैं। अब इस टोल का बोझ आम आदमी पर भी पड़ेगा क्योंकि इस रोड़ से जाने वाली बसों से भी टोल लिया जाएगा जिससे बसों के किराए में भी बढ़ोतरी हो सकती है जो सीधे तौर पर आम आदमी की जेब पर जाएगा। बता दें कि साल 2021 में मार्च के महीन से ही मेरठ से डासना के बीच एक्सप्रेस वे का चौथा चरण पूर्ण होते ही अप्रैल से दिल्ली से मेरठ के बीच वाया एक्सप्रेस वे का सफर शुरू हुआ था। तभी से इस एक्सप्रेस वे का सफर फ्री सेवा के रूप में चल रहा है, लेकिन अब एनएचएआई ने अधिसूचना जारी कर एक अप्रैल से टोल वसूली की घोषणा कर दी है। जिससे साफ है कि अब इस एक्सप्रेसवे के लिए भी टोल देना होगा। बुधवार को पाथ इंडिया लि के सीनियर मैनेजर ने बताया कि अगर किसी वाहन पर फास्टैग नहीं लगा है तो उसे डबल भुगतान देना होगा।
रीजनल नार्थ
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ा टोल