मुंबई । महाराष्ट्र में कभी सहोदर रही भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच खुन्नस बढ़ती जा रही है। केंद्रीय एजेंसियां जहां शिवसेना और कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है वहीं अब महाराष्ट्र पुलिस बीजेपी नेताओं के खिलाफ ऐक्शन लेगी। शिवसेना ने महाराष्ट्र के गृह विभाग से कहा है कि भाजपा नेताओं के खिलाफ जितने भी मामले दर्ज हैं उस पर सख्त कार्रवाई की जाए। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि अगर महाराष्ट्र पुलिस को गृह विभाग से उचित आदेश मिलते हैं, तो मुझे लगता है कि बेहतर परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ मेरी बातचीत के दौरान, मैंने कहा है कि राज्य में केंद्रीय एजेंसियां जिस तरह से जांच कर रही हैं यह महाराष्ट्र के गृह विभाग की शक्तियों पर अतिक्रमण है। मजबूत कदम उठाने होंगे या आप हर दिन खुद के लिए एक नया खुदा हुआ गड्ढा देखेंगे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दिलीप वलसे पाटिल गृह मंत्री हैं। संजय राउत के बयान से साफ है कि शिवसेना महाराष्ट्र में भाजपा नेताओं के खिलाफ मामलों में कार्रवाई न होने पर मंत्रालय से नाराज है। एमवीए में सब कुछ ठीक नहीं होने की अटकलों के बाद, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक बयान जारी किया कि उनके गृह मंत्री से नाराज होने की खबरें झूठी हैं और उन्हें मंत्री पर पूरा भरोसा है। वह अच्छा काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को राज्य के गृहमंत्री पाटिल के साथ बैठक की। उन्होंने वित्तीय अनियमितताओं की शिकायतों पर भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई में दिलचस्पी न लेने का मुद्दा उठाया। बैठक के तुरंत बाद पाटिल ने डीजीपी रजनीश सेठ से मुलाकात की और उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ एक और बैठक की। पाटिल ने दावा किया कि बैठकें नियमित थीं। गृह विभाग को सख्त बनाने की राउत के दावे पर उन्होंने कहा, 'राउत की भावना सही है। अगर कोई कमी है, तो हम सुधार करने की कोशिश करेंगे।' यह पूछे जाने पर कि क्या गृह विभाग भाजपा नेताओं पर 'नरम' है, उन्होंने कहा, 'यह नरम या कठोर दृष्टिकोण नहीं है। हम जो भी कार्रवाई करते हैं वह यह सुनिश्चित करने के लिए है कि यह अदालत में कायम रहे। यदि कोई अपराध होता है, तो कार्रवाई की जाएगी।' प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई से शिवसेना के नेता नाराज हैं। वे दबाव डाल रहे हैं कि महाराष्ट्र पुलिस को 'जैसे को तैसा' जवाब देना चाहिए और बीजेपी नेताओं के खिलाफ ऐक्शन लेना चाहिए। शिवसेना नेताओं ने कहा कि संजय राउत ने जो सार्वजनिक टिप्पणियां की हैं वे पाटिल के बीजेपी पर नरम रवैये की निराशा का नतीजा है। राउत को ईडी से जांच का सामना करना पड़ रहा है और उन्होंने किरीट सोमैया जैसे भाजपा नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। हालांकि, राज्य पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। शिवसेना नेताओं ने कहा कि अगर एनसीपी भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की इच्छुक नहीं है तो वह गृह मंत्रालय अपने नियंत्रण में ले लेगी।
सीएम और गृह मंत्री के स्पष्टीकरण के बाद राउत ने भी सुलह का रुख अपनाया। उन्होंने कहा, 'केंद्रीय एजेंसियां हमें महाराष्ट्र में आतंकवादी मान रही हैं, मैंने कहा है कि हमें उन्हें इसी तरह की प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता है और यह सिर्फ मेरा विचार नहीं है बल्कि मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के विचार भी हैं।' उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई बदला नहीं होगी। हमारी सरकार भावना के अनुरूप कानून-व्यवस्था का पालन करती है। यह केंद्रीय एजेंसियों जैसे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते कोई राजनीतिक बदला नहीं लेंगे।'
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बीजेपी-शिवसेना में खुन्नस- केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई से नाराज संजय राउत बोले- महाराष्ट्र पुलिस कार्रवाई करें