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कोरोना काल में माता-पिता खो चुके इन्दौर के बच्चों से अगले सप्ताह बात कर सकते हैं प्रधानमंत्री  ::

कोरोना काल में माता-पिता खो चुके इन्दौर के बच्चों से अगले सप्ताह बात कर सकते हैं प्रधानमंत्री  ::

पीएम केयर फार चिल्ड्रन योजना में 29 बच्चों को मिलेंगे 10-10 लाख रुपये ::  :: सीएम कोविड बाल सेवा योजना में 53 बच्चों को प्रतिमाह दिए जा रहे हैं 5-5 हजार रू. ::

इन्दौर । कोरोना महामारी के दो साल के संक्रमण काल के दौरान अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को प्रधानमंत्री केयर फार चिल्ड्रन और मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना के तहत सरकार 'आर्थिक सहायता' के साथ ही 'संरक्षण' दे रही है। पीएम केयर फार चिल्ड्रन योजना में चयनित बच्चों को सरकार की ओर से 10-10 लाख रुपये दिए जाएंगे। इस योजना में इन्दौर जिले के 29 बच्चों को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देशभर के बच्चों से अगले सप्ताह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात कर सकते हैं। इसी दिन बच्चों के खाते में तय राशि भी ट्रांसफर की जाएगी।
कलेक्टर मनीष सिंह ने इन्दौर जिले के ऐसे बच्चों को मिल रही सहायता राशि और अन्य सुविधाओं की समीक्षा की। सोमवार को इन बच्चों और उनके अभिभावकों को कलेक्टर कार्यालय बुलवाया गया। कलेक्टर मनीष सिंह ने हर बच्चे से बात कर उनकी समस्याएं जानीं और उन्हें मिल रही सहायता राशि और अन्य सुविधाओं की जानकारी ली। बच्चों ने बताया कि पालक अधिकारी ठीक से ध्यान रख रहे हैं और हमारे संपर्क में रहते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रशासन ने हर बच्चे की पारिवारिक और व्यक्तिगत समस्याओं को हल करने और संरक्षण के लिए पालक अधिकारी नियुक्त किए हैं। बैठक में बताया गया कि बच्चों को महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रामनिवास बुधौलिया के अलावा पालक अधिकारी, प्रभावित बच्चे और उनके अभिभावक मौजूद थे।
:: कलेक्टर और बच्चों के ज्वाइंट अकाउंट खोले गए :: 
जिला कार्यक्रम अधिकारी रामनरेश बुधौलिया ने बताया कि प्रधानमंत्री केयर योजना के तहत इन्दौर जिले में जनवरी 2020 से फरवरी 2021 तक अपने माता-पिता को खोने वाले जिले में 29 बच्चे पंजीकृत हैं। बुधौलिया ने बताया कि प्रधानमंत्री केयर योजना में जिले में पंजीकृत 29 बच्चों को जल्द ही केंद्र सरकार द्वारा 10-10 लाख रूपये तक की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इसके लिए जिला कलेक्टर और बच्चों के ज्वाइंट अकाउंट खोले गए हैं। बताया गया कि पीएम केयर फार चिल्ड्रन योजना में 18 साल से कम उम्र के उन बच्चों को ही शामिल किया गया है, जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हुई हो। यदि माता-पिता में से किसी एक की मौत पहले ही हो चुकी है और बचे हुए पालक की मौत बाद में कोरोना से हुई है, तो ऐसे बच्चे भी योजना में शामिल किए गए हैं। योजना के तहत बच्चों के खाते में उनकी उम्र के हिसाब से पैसा जमा किया जाएगा, जो 18 साल की आयु होने तक ब्याज सहित 10 लाख रुपये हो जाएंगे। 
:: सीएम कोविड बाल सेवा योजना में ऐसे 53 बच्चों को प्रतिमाह दिए जा रहे हैं 5-5 हजार रू. :: 
बुधौलिया ने बताया कि मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना के तहत मार्च 2021 से मई-जून 2021 तक अपने माता-पिता को खोने वाले इन्दौर जिले में 53 बच्चे पंजीकृत हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना में 5-5 हजार रुपये प्रतिमाह की सहायता राश‍ि सीधे बैंक खातों के माध्यम दी जा रही है। इन्हीं सभी बच्चों में से 21 बच्चे ऐसे भी हैं, जिनको बाल संरक्षण योजना में दो-दो हजार रुपये प्रतिमाह पृथक से दिए जा रहे हैं। यह राशि उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए दी जा रही है।
 

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