इस्लामाबाद । पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया कि वह ‘‘भारत विरोधी या अमेरिका विरोधी’’ या किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं हैं, वह सभी देशों के साथ आपसी सम्मान पर आधारित अच्छे संबंध चाहते हैं। पीएम इमरान खान ने कहा कि नेशनल असेंबली भंग होने के बाद चुनाव की तैयारी करने के बजाय सुप्रीम कोर्ट की ओर देखने की संयुक्त विपक्ष की रणनीति इसका संकेत है, कि वह ‘‘जनता की प्रतिक्रिया से डरता है।’’
किसी कथित विदेशी पत्र को लेकर विवाद से जुड़े सवाल के जवाब में खान ने कहा कि वह किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं हैं। खान के हवाले से कहा, मैं किसी देश के खिलाफ नहीं हूं। मैं भारत विरोधी या अमेरिका विरोधी नहीं हूं, लेकिन हम नीतियों के खिलाफ हो सकते हैं। मैं उनसे दोस्ती चाहता हूं और सम्मान की भावना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह उन देशों के खिलाफ हैं, जो अन्य संप्रभु देशों का अनादर करते हैं और केवल आदेश जारी करते हैं।
नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने प्रधानमंत्री खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। उसके बाद राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने खान की सिफारिश पर निचले सदन को भंग कर दिया था। पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने और उसके बाद संसद को भंग करने के मामले में सुनवाई सोमवार को एक दिन के लिए स्थगित कर दी। न्यायालय ने इस हाई प्रोफाइल मामले में ‘‘उचित आदेश’’ देने की बात कही।
वर्ल्ड
मैं ‘भारत विरोधी’ या ‘अमेरिका विरोधी’ नहीं हूं: इमरान खान