नई दिल्ली । देश के कई हिस्सों में नवरात्र के दौरान फलों और सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। विशेष रूप से हरी सब्जियों के दामों में पिछले दो-तीन दिनों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। फलों और सब्जियों के बढ़ते दाम ने हर घर के बजट को बिगाड़ दिया है। कुछ सब्जियों के दाम तो फलों से भी महंगे हो गए हैं। एक नींबू 10 रुपये में बिक रहा है। वहीं, अगर एक किलो नींबू खरीदने जाते हैं तो दुकानदार 200 से 250 रुपये प्रति किलो की मांग कर रहे हैं।
हालांकि, थोक मंडियों में नींबू के दाम काफी कम हैं। इसी तरह भिंडी, परवल, खीरा, घीया, तोरई समेत कई और सब्जियां भी रुला रही है। भिंडी 120 रुपये प्रति किलो बिक रही है। वहीं करेला 80 रुपए से लेकर 100 रुपए के बीच बिकने लगे हैं। अमूमन नवरात्र में प्याज के दाम घट जाते हैं, लेकिन इस बार प्याज भी 30 से 40 रुपए प्रति किलो बिक रही है।
जमाखोरी और ट्रांसपोर्टेशन खर्च में बढ़ोतरी से कई तरह के सब्जियों के दाम में जबरदस्त उछाल आया है। गाजर 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं। अदरक 70 से 80 रुपए प्रति किलो, शिमला मिर्च 90 से 100 रुपए प्रति किलो बिक रहे हैं। बता दें कि पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उसी तरह नवरात्र में सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ने से यातायात किराया बढ़ जाने से ये हालात पैदा हुए हैं। अगले 15 दिनों तक त्योहारों का सीजन खत्म हो जाने के बाद भी महंगाई खत्म नहीं होने वाली है। फलों और सब्जियों के दाम बढ़ते जा रहे हैं, जिससे महंगाई की मार लोगों पर साफ नजर आ रही है।
सब्जियां लगातार लोगों की पहुंच से बाहर हो गई हैं। देश के हर कोने में खाद्य पदार्थों की चीजों में बढ़ोतरी ने रसोई घर का बजट बिगाड़ दिया है। पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दाम के बाद सब्जियों के दाम जिस तरीके से आसमान छू रहे हैं, उसने आम लोगों के लिए एक बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है। टमाटर की कीमत की अगर बात करें तो 2 महीने पहले तक जहां टमाटर की कीमत 20 रुपये किलो थी, वह पिछले कुछ दिनों में तीन से चार गुना बढ़ चुकी है। बढ़ती कीमतों के कारण लोग टमाटर का इस्तेमाल खाना बनाने में कम कर रहे हैं।
यही हाल प्याज सहित अन्य सब्जियों का भी है। प्याज की कीमत 1 महीने पहले तक 20 से 25 रुपये थी, वह अब 40 पार पहुंच गई है। बढ़ रहे प्याज के दाम लोगों के आंसू निकाल रहे हैं। प्याज और टमाटर के लगातार बढ़ते दामों के कारण लोग इनको खरीदने से परहेज भी कर रहे हैं। दिल्ली की आजादपुर मंडी से सब्जी खरीद कर खुदरा बाजार में बेचने वाले हरीश कहते हैं गर्मी के दिनों में हरी सब्जियों के आवक में कमी आ जाती है। मंडी से जो सामान लाते हैं, उसे खुदरा बाजार में रेट दोगुना करना पड़ता है।
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फिर आसमान पर पहुंचे फलों और हरी सब्जियों के दाम, भिंडी 120 रुपये और 100 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा