नई दिल्ली । तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी के अंदर गुटबाजी के वजह से बिगड़ते हालात को संभालने के लिए राहुल गांधी मैदान में उतर पड़े हैं। इस तनाव को खत्म करने के लिए राहुल गांधी ने एक पार्टी फोरम बनाने का फैसला किया है। राहुल गांधी ने तेलंगाना के पार्टी नेताओं के साथ लगभग तीन घंटे तक बैठक की। इसमें प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और एआईसीसी के इनचार्ज मणिकम टैगोर समेत करीब 35 नेता शामिल हुए थे। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मीटिंग में राहुल गांधी ने कहा, किसी को कोई भी दिक्कत है या फिर पार्टी की कार्यप्रणाली से परेशानी है तो यह फोरम की निगाह में लाया जाएगा। इसके लिए किसी को मीडिया में जाने की जरूरत नहीं है। एआईसीसी लीडर ने भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वे ऐसे गुटों को सपोर्ट न करें जो प्रदेश कांग्रेस कमेटी का साथ नहीं देते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि राज्य में पार्टी नेताओं को समझाने के लिए वह और भी समय देंगे। उन्होंने बताया, राहुल गांधी ने अप्रैल के आखिरी सप्ताह में तेलंगाना जाने का फैसला किया है। वह 28 अप्रैल को वारंगल में जनसभा भी कर सकते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि वह तेलंगाना कांग्रेस पर पूरा ध्यान देंगे लेकिन अगर नेताओं के अंदर कोई भी गलतफहमी आती है तो उसे सुलझाने के लिए वह हमेशा तत्पर रहेंगे। टैगोर ने बैठक के बाद ट्वीट किया, राहुल गांधी ने 3:30 घंटे तक तेलंगाना के 38 नेताओं की बात सुनी। हम तेलंगाना में मिलकर काम करेंगे और जरूर जीत हासिल करेंगे।
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तेलंगाना में नेताओं का झगड़ा सुलझाने उतरे राहुल गांधी