
नई दिल्ली । पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में अपराधियों और गैंगस्टर्स के खिलाफ युद्ध छेड़ने का ऐलान किया है। सीएम मान ने पुलिस कमीश्नर्स व सीनियर पुलिस सुपरिटेंडेंट्स को खुद ऑपरेशन्स-पूछताछ में भाग लेने और इस लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने का निर्देश दिया है। राज्य के सीपी और एसएसपी को लिखे पत्र में सीएम ने कहा कि बेहतरीन लीडर उदाहरण पेश करते हैं। पंजाब पुलिस की प्रोफेशनलिज्म और राष्ट्र सेवा की वीर परंपरा रही है। सीएम ने पुलिस बल पर अपना विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि पुलिस इस अवसर पर आगे आएगी और राज्य में 'गैंगस्टरवाद' के खतरे को खत्म करने के लिए ठोस अभियान चलाएगी। इस दौरान बहादुर अधिकारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। 5 अप्रैल को हुई कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक का जिक्र करते हुए भगवंत मान ने राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होगी। साथ ही भ्रष्टाचार का खात्मा और कल्याणकारी कदमों पर भी जोर रहेगा। इससे पहले उन्होंने 5 अप्रैल को राज्य से गैंगस्टरवाद को खत्म करने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) के गठन की घोषणा की थी। इस पर सीएम ने कहा कि एजीटीएफ के गठन से पुलिस कमिश्नरेट और जिलों का नेतृत्व करने वाले सीपी व एसएसपी की जिम्मेदारी कम नहीं होगी। दोनों ही अपराध को नियंत्रित करने और अपने अधिकार क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार हैं। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि आपके अधिकार क्षेत्र में किसी भी कानून और व्यवस्था के उल्लंघन के लिए आपको व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा, क्योंकि आप कानून के तहत जवाबदेह हैं। सीएम मान ने गैंगस्टर्स के खिलाफ युद्ध का ऐलान तब किया है जब केवल 21 दिनों में 19 हत्याओं ने एक विवाद को जन्म दिया है। विपक्ष ने आरोप लगाया गया है कि आप सरकार ने राज्य को अपराधियों को सौंप दिया है। बढ़ते अपराध के ग्राफ को लेकर कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने तीखी आलोचना की है।