नई दिल्ली । राष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्ष साझा उम्मीदवार उतार सकता है। विपक्षी दल आपस में चर्चा कर इस संभावना को तलाश रहे हैं। पर, अपनी रणनीति का खुलासा करने से पहले विपक्ष सरकार की तरफ से उम्मीदवार घोषित होने का इंतजार करेगा। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव जुलाई में होने हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, विपक्षी दल इन संभावनाओं को तलाश रहे हैं। हमारी कोशिश है कि विपक्ष को एकजुट कर राष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवार दिया जाए। पर, अपने उम्मीदवार का नाम या रणनीति का खुलासा करने से पहले विपक्षी दल सरकार की घोषणा का इंतजार करेंगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव लगातार विपक्षी दलों की एकजुटता पर जोर देते रहे हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को कहा था कि ममता बनर्जी ने उन्हें पत्र लिखकर गैर भाजपा नेताओं से मिलने का आग्रह किया है। वह जल्द मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल जुलाई में खत्म हो रहा है। वर्ष 2017 के चुनाव में शिवसेना और अकाली दल के साथ तेलगूदेशम पार्टी भाजपा के साथ थे। पर इस बार तस्वीर अलग है। हालांकि, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद भाजपा का पलड़ा भारी हुआ है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम संभावनाओं को तलाश रहे हैं। यह कोशिश कितनी सफल होगी, यह वक्त तय करेगा। विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त उम्मीदवार की कोशिशों को वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता के प्रयास के तौर पर भी देखा जा रहा है।
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राष्ट्रपति चुनाव में कौन होगा विपक्ष का उम्मीदवार इस फॉर्मूले पर चल रहा है काम