इस्लामाबाद । पाकिस्तान की राजनीति में चल रही अस्थिरता के बीच सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री इमरान खान को चारो खाने चित्त कर दिया पर वे हार मानने को तैयार नहीं हैं और ऐलान किया है कि वह आखिरी गेंद तक लड़ेंगे। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री आज देश को संबोधित करने वाले हैं। माना जा रहा है कि इसके बाद इमरान की पार्टी पीटीआई के सांसदों और विधायकों के सामूहिक इस्तीफे का ऐलान हो सकता है। बताया जा रहा है कि यही वजह है कि इमरान खान ने अपने संसदीय पार्टी की बैठक बुलाई है। यही नहीं इमरान की पार्टी अपनी सरकार को गिराए जाने के खिलाफ और भविष्य में बनने वाली नई सरकार पर दबाव बनाने के लिए देशभर में जोरदार प्रदर्शन का भी ऐलान कर सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान की पार्टी के निशाने पर पाकिस्तान की नई बनने वाली सरकार रहेगी। सुप्रीम कोर्ट के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किए जाने के स्पीकर के फैसले को रद करने के बाद नई सरकार के बनने का रास्ता साफ हो गया है। इमरान खान 9 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग का सामना करेंगे। सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में इमरान खान की ओर से इस अभियान की शुरुआत हो सकती है। उन्होंने बताया कि नई सरकार के खिलाफ प्रत्येक प्लेटफार्म पर जोरदार प्रदर्शन करने की तैयारी है।
रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान की पार्टी के सांसद और अन्य प्रांतों में विधायक सामूहिक इस्तीफा दे सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि पीटीआई के प्रमुख नेताओं की राय है कि नए चुनाव के लिए चुनाव सुधार बहुत जरूरी है और इस वजह से तत्काल इस्तीफा देना राजनीतिक रूप से घातक कदम हो सकता है क्योंकि इससे विपक्ष अपने मनमुताबिक कानून बना सकता है या उसमें बदलाव ला सकता है। यही नहीं इमरान खान की पार्टी कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है ताकि सरकार को गिराने की 'विदेशी साजिश' की जांच करने के लिए एक आयोग बनाया जा सके। हालांकि इसके बारे में फैसला कानूनी जानकारों से सलाह के बाद लिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि सत्तारूढ़ पार्टी ने फैसला किया है कि वह जनता के पास जाएगी। भविष्य में बनने वाली सरकार पर जनमत के जरिए दबाव बनाया जाएगा ताकि चुनाव सुधारों को अमलीजामा पहनाया जा सके और नए चुनाव कराए जाएं। उन्होंने कहा कि पार्टी देशभर में रैलियां करेगी जिसका नेतृत्व इमरान खान करेंगे। सूत्रों ने कहा कि अगर नई सरकार ने केस दर्ज किए या गिरफ्तारियां की तो उसे जोरदार विरोध प्रदर्शन के जरिए करारा जवाब दिया जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नई सरकार विदेशी साजिश के आरोप की जांच पर कानूनी विशेषज्ञों से राय लेने के बाद फैसला करेगी। इस पूरे मामले को संसद के सामने पेश किया जा सकता है। माना जा रहा है कि संयुक्त विपक्ष की ओर से शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं। पीएम बनने के बाद शाहबाज अपनी नीतियों का ऐलान कर सकते हैं। इससे पहले पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक ऐतिहासिक फैसले में फैसला सुनाया कि नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव और राष्ट्रपति द्वारा निचले सदन को भंग करने के फैसले को खारिज कर दिया है। पीएम की सलाह संविधान और देश के कानून के विपरीत थी।
अदालत ने इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने के लिए नेशनल असेंबली को बहाल करने और शनिवार को अपना सत्र बुलाने का भी आदेश दिया। मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ, जिसमें जस्टिस मुनीब अख्तर, जमाल खान मंडोखेल, इजाजुल अहसान और मजहर आलम खान भी शामिल थे, ने फैसला सुनाया, जिसे पहले दिन में सुरक्षित रखा गया था। शीर्ष अदालत ने पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) के सचिव सहित उसके अधिकारियों को भी तलब किया। इससे पहले, मामले की सुनवाई के दौरान, बंदियाल ने अपने साथी न्यायाधीशों के परामर्श के बाद कहा कि यह स्पष्ट था कि प्रधानमंत्री के खिलाफ प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने का उपाध्यक्ष का फैसला गलत था।
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