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विधान परिषद चुनाव में बैलट वोटिंग में छूट न होने से पीएम मोदी नहीं डाल पाए वोट

विधान परिषद चुनाव में बैलट वोटिंग में छूट न होने से पीएम मोदी नहीं डाल पाए वोट


लखनऊ । उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। शनिवार को सुबह से शुरू हुआ मतदान शाम को 4 बजे तक चलेगा। विधान परिषद के लिए चुनाव प्रचार 7 अप्रैल को खत्म हो चुका है। चुनाव के नतीजे 12 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की 9 सीटों पर पहले ही जीत तय मानी जा रही है। वहीं अन्य सीटों पर बीजेपी की सपा से कड़ी टक्कर होने के आसार हैं। इसे सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए किसी अग्निपरीक्षा की तरह माना जा रहा है। वहीं अखिलेश यादव के लिए भी यह चुनाव साख का सवाल है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एमएलसी चुनाव के लिए अपना वोट दिया है।
एमएलसी चुनावों में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपना मतदान नहीं किया। नरेंद्र मोदी वाराणसी से सांसद हैं। इसी तरह, केंद्रीय मंत्री और चंदौली के सांसद महेंद्र नाथ पांडेय भी वोट नहीं दे पाए। बताया जा रहा है कि बैलट मतदान की छूट न होने के चलते ऐसा हुआ है। वाराणसी में बीजेपी से सुदामा पटेल, माफिया ब्रजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह और सपा से उमेश यादव के बीच मुकाबला है। यूपी चुनाव से पहले सपा छोड़ बीजेपी में आए एमएलसी शतरुद्र प्रसाद ने मतदान किया। उन्‍होंने प्रदेश में सभी सीट पर बीजेपी की जीत का दावा किया है। बृजेश सिंह की पत्नी के चुनाव मैदान पर शतरुद्र प्रकाश ने कहा कि बुलडोजर का नाम सुना है न, जीत बीजेपी की होगी इलाहाबाद स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र (एमएलसी) के द्विवार्षिक निर्वाचन-2022 के लिए शनिवार 9 अप्रैल को मतदान शुरू हो गया। प्रयागराज और कौशांबी के 5102 जनप्रतिनिधि मतदान में हिस्सा लेंगे। एमएलसी चुनाव का प्रचार गुरुवार की शाम से थम गया है।
इससे पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि एमएलसी चुनाव में निष्पक्षता और पारदर्शिता के लिए विशेष इंतजाम किए जाएं। सपा मुखिया ने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री और दूसरे भाजपा नेता विधान परिषद की सभी सीटें जीत लेने का बयान दे रहे हैं, उससे सरकार की मंशा पर प्रश्नचिह्न लगना स्वाभाविक है। भाजपा का लोकतंत्र और स्वतंत्र-निष्पक्ष निर्वाचन में जरा भी विश्वास नहीं है। विधान परिषद के चुनाव में मुरादाबाद-बिजनौर में 2 प्रत्याशी आमने-सामने हैं। वहीं रामपुर-बरेली में 3 प्रत्याशी, बदायूं में 1 प्रत्याशी, पीलीभीत-शाहजहांपुर में 4 प्रत्याशी, हरदोई और खीरी में एक-एक प्रत्याशी, लखनऊ-उन्नाव में 2 प्रत्याशी, रायबरेली में 4 प्रत्याशी, प्रतापगढ़ में 6 प्रत्याशी, सुल्तानपुर में 4 प्रत्याशी, बाराबंकी में 3 प्रत्याशी, बहराइच में 2 प्रत्याशी, आजमगढ़-मऊ में 5 प्रत्याशी, गाजीपुर में 2 प्रत्याशी, जौनपुर में 3 प्रत्याशी, वाराणसी में 3 प्रत्याशी, मिर्जापुर सोनभद्र में 1 प्रत्याशी, प्रयागराज में 5 प्रत्याशी, बांदा-हमीरपुर में 1 और झांसी-जालौन-ललितपुर में 4 प्रत्याशी, कानपुर-फतेहपुर में 2 और इटावा-फर्रुखाबाद में 3 प्रत्याशी हैं। आगरा फिरोजाबाद में 5 प्रत्याशी, जबकि मथुरा-एटा-मैनपुरी में 1-1 प्रत्याशी, अलीगढ़ में 1, बुलंदशहर में 1 प्रत्याशी, मेरठ-गाजियाबाद में 6, मुजफ्फरनगर सहारनपुर में 5 प्रत्याशी, गोंडा में 3, फैजाबाद में 3 प्रत्याशी, बस्ती-सिद्धार्थनगर में 3 प्रत्याशी, गोरखपुर-महाराजगंज में 2, देवरिया में 6 और बलिया में 2 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
 

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