नई दिल्ली । धातुओं को सांचे में ढालने वाले फाउंड्री उद्योग अपनी सालाना उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर विचार कर रहा है। फाउंड्री उद्योग की संस्था आईआईएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगले पांच-सात वर्षों में ढलाई कारखानों की सालाना उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 2.1 करोड़ टन तक पहुंचाने का भी लक्ष्य रखा गया है। इसे हासिल करने के लिए घरेलू एवं विदेशी कंपनियों से करीब 500 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित करने की संभावना है। भारतीय फाउंड्रीमेन संस्थान (आईआईएफ) के अधिकारी ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मलेन में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि फाउंड्री उद्योग से जुड़े मसलों पर 17-19 अप्रैल तक गुजरात के गांधीनगर में 70वें भारतीय फाउंड्री कांग्रेस एवं आईफेक्स सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारतीय फाउंड्री उद्योग की इस समय वार्षिक उत्पादन क्षमता करीब 1.05 करोड़ टन है जबकि इसका आकार 16 अरब डॉलर है। यह उद्योग करीब पांच लाख लोगों को सीधे तौर पर जबकि 15 लाख लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार देता है।
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फाउंड्री उद्योग ढलाई कारखानों की सालाना उत्पादन क्षमता बढ़ाएगा