लंदन । सामान्य या कम बॉडी मास इंडेक्स वाली प्रेग्नेंट महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान अपना वजन 24 किग्रा से अधिक नहीं बढ़ने देना चाहिए। जानकारी के मुताबिक, इससे गर्भस्थ शिशु के बीमार होने का जोखिम कम होता है। यह कहना है हेल्थ एक्सपटर्स का। ताजा अध्ययन की माने तो प्रेग्नेंट महिलाओं का वजन कितना होना चाहिए ये निर्धारित करने के लिए वुहान यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में रिसर्चर्स ने प्रेग्नेंसी के डेढ़ करोड़ से अधिक आंकड़ों की स्टडी की। निष्कर्षों के आधार पर रिसर्चर्स ने सिफारिश की है कि हाई बीएमआई वाली महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान वजन को बरकरार रखने या कम करने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन उन्हें इस बात के लिए प्रेरित करना चाहिए कि इस अवधि में वे अपना वजन कम बढ़ने दें। रिसर्च टीम का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान हल्की मोटापाग्रस्त महिलाओं को आदर्श रूप से अपना वजन 8-16 किग्रा तक ही बढ़ने देना चाहिए। जांच वुहान यूनिवर्सिटी के झोंगनान अस्पताल के प्रसूति रोग विशेषज्ञ हुइजुन चेन द्वारा की गई। रिसर्चर्स का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान अनुचित वजन बढ़ने से प्रतिकूल परिणाम सामने आ सकते हैं। इस स्टडी में 1 करोड़ 58 लाख मातृ-शिशुओं के हेल्थ डेटा का विश्लेषण किया गया। रिसर्चर्स ने पाया कि जिन महिलाओं का वजन प्रेग्नेंसी की शुरुआत में कम या सामान्य था, उनके लिए वजन बढ़ने का आदर्श स्तर 12 से 24 किलो था।
अधिक वजन वाली महिलाओं के लिए 10 से 24 किलो था। वहीं, मध्यम मोटापाग्रस्त महिलाओं को आठ से 16 किलोग्राम तक ही वजन बढ़ने देने का सुझाव दिया। आमतौर पर ये कहा जाता है कि प्रेग्नेंसी में महिलाओं के वजन में इजाफा होने लगता है। ऐसा इसलिए भी होता है, क्योंकि इस दौरान गर्भवती महिला की डाइट बढ़ा दी जाती है और फिजिकल वर्क भी काफी कम हो जाता है, इसलिए वजन बढ़ता है।
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प्रेग्रेंसी में 24 किग्रा से अधिक नहीं बढ़ने देना चाहिए वजन - अध्ययन में किया दावा-मोटापे से होता है बीमारियों का रिस्क