नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच सियासी रिश्तों की कड़वाहट खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच गुरुवार को शिवपाल ने अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह सपा के 111 विधायकों में से एक हैं। यदि अखिलेश को कोई दिक्कत है तो उन्हें पार्टी से निकाल दें। शिवपाल ने कहा कि हमने सपा के चुनाव चिह्न साइकिल से चुनाव लड़ा है। यदि उन्हें ऐसा लगता है तो तुरंत निर्णय लें और हमें विधानमंडल दल से निकाल दें। गौरतलब है कि कल शिवपाल यादव के भाजपा के साथ संपर्कों के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश यादव ने कहा था कि जो भाजपा से मिलेगा, वह सपा में नहीं दिखेगा। सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के इस दावे कि शिवपाल उनके सम्पर्क में है, पर शिवपाल ने साफ किया कि अभी उनके बीच कोई बात नहीं हुई है। शिवपाल ने कहा कि राजभर के बयान में कोई गंभीरता नहीं। फोन जरूर आया है लेकिन कोई बात नहीं हुई है। हो सकता है उनकी मेरे नाम के किसी दूसरे व्यक्ति से बात हुई हो। राजनीति में स्तरीयता बहुत जरूरी है। जब उनकी बातों में स्तरीयता नहीं है तो उनके बयान पर कोई गंभीरता से हम बात नहीं करेंगे। शिवपाल ने कहा कि हमने सपा के चुनाव चिह्न साइकिल से चुनाव लड़ा है। यदि उन्हें ऐसा लगता है तो तुरंत निर्णय लें और हमें विधानमंडल दल से निकाल दें। गौरतलब है कि कल शिवपाल यादव के भाजपा के साथ संपर्कों के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश यादव ने कहा था कि जो भाजपा से मिलेगा, वह सपा में नहीं दिखेगा। सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के इस दावे कि शिवपाल उनके सम्पर्क में है, पर शिवपाल ने साफ किया कि अभी उनके बीच कोई बात नहीं हुई है। शिवपाल ने कहा कि राजभर के बयान में कोई गंभीरता नहीं। फोन जरूर आया है लेकिन कोई बात नहीं हुई है। हो सकता है उनकी मेरे नाम के किसी दूसरे व्यक्ति से बात हुई हो। राजनीति में स्तरीयता बहुत जरूरी है। जब उनकी बातों में स्तरीयता नहीं है तो उनके बयान पर कोई गंभीरता से हम बात नहीं करेंगे।
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अखिलेश के बयान पर शिवपाल का पलटवार दिक्कत है तो पार्टी से निकाल दें