मुंबई । महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना सरकार के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने दावा किया कि केंद्र सरकार आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला का बचाव कर रही है, जिनके खिलाफ कुछ नेताओं से जुड़े कथित फोन टैपिंग मामले में जांच चल रही है। मुंबई में पत्रकारों से बातचीत में राउत ने कहा कि चाहे महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले हों या खुद वह या अन्य नेता रहे हों, सभी पर ‘असामाजिक तत्व’ होने का आरोप लगाकर उनके फोन टैप किये गये। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों पर मादक पदार्थ तस्कर और गैंगस्टर होने का लेबल लगा दिया गया। राउत ने कहा कि यह सब कुछ तब हुआ जब नवंबर, 2019 में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार का गठन किया जा रहा था।
उन्होंने कहा, ‘सरकार के गठन के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए हम पर नजर रखी जा रही थी, हमारी निजता को रौंद दिया गया था।’ राउत ने राज्य खुफिया विभाग (एसआईडी) की पूर्व प्रमुख शुक्ला का नाम लिए बगैर कहा, ‘एक पुलिस अधिकारी, जिससे निष्पक्ष तरीके से काम करने की उम्मीद की जाती है, वह एक पार्टी और उसके नेताओं के प्रति वफादारी दर्शाने के लिए काम कर रही थीं। अब केंद्र सरकार हमेशा की तरह उस महिला अधिकारी का बचाव कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।’ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के खिलाफ जांच शुरू की गई है। आरोप है कि एसआईडी प्रमुख रहते हुए उन्होंने राउत और पूर्व भाजपा नेता एकनाथ खडसे (अब राकांपा में) का फोन टैप कराया।
पुणे पुलिस ने कथित फोन टैपिंग मामले में शुक्ला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। शुक्ला वर्ष 2016 से जुलाई 2018 तक पुणे पुलिस की आयुक्त रहीं, जो फिलहाल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में तैनात हैं। शुक्ला ने कहा है कि उन्हें गलत तरह से फंसाया जा रहा है। उन्होंने खुद को राजनीतिक शत्रुता का शिकार होना बताया है।
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शिवसेना नेता संजय राउत का दावा- केंद्र सरकार फोन टैपिंग की आरोपी आईपीएस का कर रही बचाव