सूरत अग्निकांड को अभी भुलाया भी नहीं जा सका है कि इसकी पुनरावृत्ति दिल्ली में हो गई होती। बीएलएड परीक्षा के दौरान ३ मंजिला इमारत आग लगने से धुआं-धुआं हो गई। चारों ओर अफरातफरी का माहौल था। दहशतजदा ३०० छात्राओं की गगनचुंबी चीख ध्वस्त व्यवस्था को झकझोर रही थी। अभिभावक परीक्षा केंद्र का गेट तोड़ने को आतुर थे, छात्राएं खिड़कियों से कूदने को तैयार। बमुश्किल, छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकाला गया। सरकारी तंत्र की यह लापरवाही छात्राओं पर भारी पड़ गई होती। यह मामला दिल्ली के ओल्ड पालम रोड स्थित परीक्षा टेस्ट सेंटर का है, जहां रविवार को डीयू की बीएलएड (बैचलर ऑफ एलीमेंट्री एजुकेशन) कोर्स की ऑनलाइन परीक्षा दोपहर १२ बजे शुरू होने वाली थी। करीब ३०० छात्राएं ११ बजे तीनों मंजिल पर परीक्षा देने के लिए अपनी जगह पर बैठ गई। ११:२९ बजे इमारत के भूतल पर स्थित इलेक्ट्रिक पैनल में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। धुआं ऊपर की मंजिलों तक पहुंच गया। सभी छात्राएं इधर-उधर भागने लगीं। अंदर मची अफरातफरी देखकर बाहर खड़े अभिभावक छात्राओं को बचाने दौड़ पड़े। अभिभावकों का आरोप है कि इस दौरान किसी ने पहली मंजिल का गेट बंद कर दिया। उसे तोड़ने का भी प्रयास किया है। मौजूद कर्मचारियों ने उपकरणों से आग बुझाने की कोशिश की। सूचना पर दमकल की ६ गाड़ियां व आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची और छात्राओं को सकुशल बाहर निकाला। करीब १० मिनट में आग पर काबू पा लिया गया। दमकल अधिकारियों का कहना है कि कोई हताहत नहीं हुआ है। शुरूआती जांच में शार्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।