मोदी सरकार 2.0 के पहले बजट से मुंबई शेयर बाजार जबरदस्त नाखुश नजर आ रहा है। इसी कारण बजट वाले दिन शुक्रवार को भी बजट में गिरावट देखने में मिली थी। कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। सेंसेक्स सोमवार 900 अंक यानि 2.29 फीसदी गिरकर 38608 पर और निफ्टी 269 अंक यानि 2.28 फीसदी गिरकर 11,541 पर कारोबार कर रहा है। कारोबार की शुरुआत में सोमवार को सेंसेक्स 371 अंक यानि 0.94 फीसदी गिरकर 39141.83 पर और निफ्टी 122.20 अंक यानि 1.03 फीसदी गिरकर 11,688.95 पर खुला। इस सप्ताह में निवेशकों की नजर औद्योगिक उत्पादन और खुदरा महंगाई के आंकड़ों पर रहेगी। मई के औद्योगिक उत्पादन और जून की खुदरा महंगाई के आंकड़े 12 जुलाई को जारी होने हैं। इसके अलावा वे मानसून की प्रगति पर भी नजर बनाए रख हुए है। शेयर बाजार में 2019 की बड़ी इंट्रा-डे गिरावट देखने को मिली। जबकि निफ्टी में 9 महीने और सेंसेक्स में 11 अक्टूबर 2018 के बाद बड़ी गिरावट देखने को मिली है।बात दे कि शुक्रवार को बजट पेश होने के बाद से शेयर बाजार में जारी गिरावट के कारण शेयरों में निवेश करने वालों की संपत्ति में 5 लाख करोड़ से ज्यादा की चपत लग चुकी है।
भूषण पावर एंड स्टील के 3800 करोड़ के फ्रॉड से पीएनबी में मई 2018 के बाद सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। सोमवार को कारोबार में पीएनबी का शेयर 10 फीसदी से ज्य़ादा की गिरावट लेकर बंद हुआ।दिग्गज शेयरों के साथ ही मिड और स्मॉल कैप शेयरों में भी भारी बिकवाली हावी रही। बीएसई का मिड कैप इंडेक्स 1.99 फीसदी और स्मॉल कैप इंडेक्स 2.46 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए है।वहीं तेल-गैस शेयरों में भी दबाव देखने को मिला।बीएसई का ऑयल एंड गैस इंडेक्स 2.73 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ है।
बजट को लेकर बाजार में नाखुशी इतनी अधिक थी कि सरकारी बैंकों में 70 हजार करोड़ की संजीवनी भी बाजार को उभर नहीं सकी। 30 अप्रैल के बाद पीएसयू बैंक इंडेक्स में सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट देखने को मिली। निफ्टी का पीएसयू बैंक इंडेक्स 5.90 फीसदी टूटकर बंद हुआ। बैंकिंग शेयरों में दबाव के कारण बैंक निफ्टी 2.77 फीसदी की गिरावट के साथ 30,603.85 के स्तर पर बंद हुआ। सोमवार के कारोबार में निफ्टी का प्राइवेट बैंक इंडेक्स 2.46 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ है। बाजार में सोमवार को चौतरफा बिकवाली देखने को मिली। निफ्टी और बीएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में बिकवाली हावी रही। निफ्टी का ऑटो इंडेक्स 3.26 फीसदी, रियल्टी इंडेक्स 3.49 फीसदी, एफएमसीजी इंडेक्स 1.26 फीसदी, मेटल इंडेक्स 2.11 फीसदी, आईटी इंडेक्स 1.12 फीसदी, फाइनेशियल सर्विसेस इंडेक्स 2.90 फीसदी, मीडिया इंडेक्स 3.26 फीसदी और फार्मा इंडेक्स 1.57 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए है। कारोबार के अंत में बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 792.82 अंक यानि 2.01 फीसदी की कमजोरी के साथ 38,720.57 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 252.55 अंक यानि 2.14 फीसदी की गिरावट के साथ 11,558.60 के स्तर पर बंद हुआ है।
बाजार में गिरावट के कारण
बजट के कुछ प्रस्तावों से बाजार खुश नहीं है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को पेश बजट में सूचीबद्ध कंपनियों में न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग 25 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी करने का प्रस्ताव दिया है। बजट में बायबैक पर 20 फीसदी टैक्स का प्रस्ताव किया गया है। अमेरिका में रोजगार के आंकड़ों का असर एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट के रूप में देखने को मिला। सुबह शंघाई कंपोजिट इंडेक्स में 2.5 फीसदी कमजोरी थी। जून तिमाही के कंपनियों के नतीजे आने से पहले निवेशक सावधानी बरत रहे हैं। इस हफ्ते मंगलवार को नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। सबसे पहले टीसीएस मंगलवार को अपने नतीजे घोषित करेगी। वहीं इंफोसिस शुक्रवार को अपने नतीजे घोषित करेगी।
टॉप गेनर्स
यस बैंक, एचसीएल टेक, भारती इंफ्राटेल, सन फार्मा, टीसीएस, वेदांता
टॉप लूजर्स
हीरो मोटोकॉर्प, लार्सन, मारुति सुजुकी, ओएनजीसी, बजाज ऑटो
इकॉनमी
बजट से नाखुश शेयर बाजार ने लगा दी निवेशकों को 5 लाख करोड़ की चपत - सेंसेक्स 900 अंक लुढ़का और निफ्टी 11550 के नीचे