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भारत में टीवी बनाना बंद कर सकती हैं कंपनियां, रोजगार में हो सकती है कटौती पीएम के मेक इन इंडिया प्रोग्राम को लग सकता है झटका

भारत में टीवी बनाना बंद कर सकती हैं कंपनियां, रोजगार में हो सकती है कटौती पीएम के मेक इन इंडिया प्रोग्राम को लग सकता है झटका

पीएम मोदी के मेक इन इंडिया मुहिम को बड़ा झटका लग सकता है। दरअसल जल्द ही सभी बड़ी टेलीविजन निर्माता कंपनियां भारत में टीवी उत्पादन के रोजगार में कटौती कर सकती हैं। दरअसल ये कंपनियां देश में टीवी निर्माण बंद करने की तैयारी में हैं। ये कंपनियां टीवी के ओपन सेल पैनल आयात करने के बजाय अब सीधा टीवी का ही आयात करेगी। इसके पीछे वजह है टीवी के ओपन सेल पैनल के आयात पर लगने वाली 5 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी। बजट में इस इंपोर्ट ड्यूटी को कम नहीं किए जाने के बाद कंपनियां उन देशों में टीवी निर्माण करने की योजना बना रही हैं, जो भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट में हैं। वहां से टीवी आयात करने पर इन कंपनियों को कोई इंपोर्ट ड्यूटी नहीं देनी होगी। इसके चलते कंपनियां 5 फीसदी की बचत कर सकेंगी। हालांकि इससे मेक इन इंडिया अभियान को झटका लगेगा।
सूत्रों के मुताबिक जापानी कंपनी सोनी ने एफटीए रूट के जरिए थाईलैंड से टेलीविजन आयात करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही भारत में बने कुछ मॉडल्स को मलेशिया भेज दिया है। प्रीमियम और बड़ी स्क्रीन की टीवी बनाने वाली यह कंपनी वियतनाम से भी टेलीविजन आयात करने के बारे में योजना बना रही है। सैमसंग ने पिछले साल से ही देश में टीवी बनाना बंद करके वियतनाम से आयात शुरू कर दिया।
ओपन सेल पैनल टीवी का सबसे अहम भाग है, जो कुल कीमत में 70 फीसदी हिस्सेदारी रखता है। भारत में इस पैनल का निर्माण नहीं होता है,लिहाजा इस निर्यात किया जाता है, जिसपर 5 फीसदी शुल्क लगता है। यह शुल्क कंपनियों पर भारी पड़ता है।इसकारण उनके लिए दूसरे देश में टीवी बनाकर भारत में आयात करना ज्यादा फायदेमंद होगा। इंडस्ट्री के विशेषज्ञों की मानें तो ओपन सेल पैनल पर इंपोर्ट ड्यूटी कम न करने के सरकार के फैसले के चलते एलजी और पैसोनिक जैसे अन्य बड़े ब्रांड भी देश के बाहर टीवी निर्माण के विकल्प तलाश सकते हैं। यहां तक कि कोडेक और थामसन जैसे ऑनलाइन आधारित ब्रांड भी घरेलू उत्पादन बढ़ाने की बजाय एफटीए के तहत विदेश से उत्पाद आयात करने को तैयार हैं।
देश का टीवी बाजार तकरीबन 22 हजार करोड़ रुपए का है। सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2018-19में टेलीविजन का निर्यात 45 फीसदी बढ़कर 7,224 करोड़ रुपए का हो गया। ये निर्यात चीन, वियतनाम, मलेशिया, हांगकांग और ताइवान जैसे देशों से किए गए थे। अकेले वियतनाम से ही 2,317 करोड़ रुपए के टीवी सेट इंपोर्ट किए गए, जबकि इसके पिछले साल वियतनाम से सिर्फ 62 करोड़ रुपए के टीवी सेट का आयात किया गया।

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