नई दिल्ली । आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका की मदद के लिए तमिलनाडु में सत्तारूढ़ दल द्रविड़ मुन्नेत्र कझगम के सांसद आगे आए हैं। पार्टी के सांसदों ने एक महीने की सैलरी दाने देने का फैसला किया है। हालांकि, इससे पहले भी मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तमिलनाडु के लोगों से आर्थिक मदद की अपील की थी। फिलहाल, श्रीलंका में हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं। मुल्क में नागरिकों को भोजन और बिजली जैसी बुनियादी चीजों के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। श्रीलंका के आर्थिक संकट के बीच डीएमके सांसद अपनी एक महीने की सैलरी सीएम फंड में दान करेंगे। श्रीलंका में सरकार के खिलाफ आम जनता का विरोध जारी है। पड़ोसी मुल्क में सरकार पर्याप्त ईंधन और गैस भी नहीं खरीद पा रही है। खबरें ही कई लोग देश छोड़ चुके हैं। तमिलनाडु विधानसभा में प्रस्ताव पास किया गया है, जिसमें श्रीलंका को मदद की तौर पर चावल और जरूरी दवाएं भेजने की अनुमति मांगी गई है। इसके जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ना कहा था कि तमिलनाडु सरकार का सहयोग भारत सरकार की तरफ से की जा रही सहायता का पूरक हो सकती है। सोमवार को सीएम स्टालिन ने जयशंकर का धन्यवाद किया था। तमिलनाडु सरकार की तरफ से मानवीय सहायता का प्रस्ताव मिलने के बाद जयशंकर ने कहा था कि राज्य सरकार तमिलनाडु के मु्ख्य सचिव को राहत सामग्री की आपूर्ति के लिए केंद्र के साथ समन्वय के निर्देश दे सकती है। श्रीलंका के वित्त मंत्री अली साबरी ने बुधवार को संसद को सूचित किया कि उनकी सरकार देश के सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रही है। श्रीलंका का मौजूदा उपयोग योग्य विदेशी भंडार पांच करोड़ अमेरिकी डॉलर से भी कम पर पहुंच गया है। श्रीलंका के मुख्य विपक्षी दल ने सरकार और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किए हैं। किसी भी प्रस्ताव पर बहस के लिए आदेश पत्र में आने से पहले सात दिनों के नोटिस की आवश्यकता होती है। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए अभी तारीख की घोषणा नहीं की गई है।
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आर्थिक संकट से जूझते श्रीलंका की मदद करेंगे डीएमके सांसद