वॉशिंगटन । इंटरनेट ज्ञान का बड़ा भंडार है। लेकिन इंटरनेट गलत जानकारियां भी तेजी से मिलती हैं। वहीं, कई बार इस तरह के वीडियों मिल जाएंगे जो आपको सम्मोहित कर लें। ऐसा ही वीडियो हाल ही में सामने आए हैं, जिसमें एक बड़ी समुद्री लहर बादलों को छूती दिख रही है। क्या एक समुद्री लहर बादलों को छू सकती है? ये सवाल आपके मन में जरूर आया होगा। पहली बार वीडियो देखने पर ऐसा ही लगता है, लेकिन ये सच नहीं है। लहर आखिर बादलों को छूती हुई क्यों दिख रही है इसके पीछे विज्ञान है, इस बारे में हम आज आपको बताएंगे। 40 सेकंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि जब लहर अपनी ऊंचाई तक पहुंच जाती है तब उसका ऊपरी हिस्सा बादलों को छूने लगता है और यहां से वह नीचे आ जाती है। ये एक बेहद पुराना वीडियो है, जो फिर से एक बार वायरल हो रहा है। अब तक इस 15 लाख लोग देख चुके हैं।
ये वीडियो सच है, लेकिन बादलों को लहर छू रही है ऐसी जानकारी गलत है। ये असल में समुद्री स्प्रे एरोसोल हैं। एयरोसोल एक ऐसी प्रक्रिया है, जब कोई तरल गैस के साथ मिलकर अलग हो जाता है। जैसे डियो लिक्विड है, लेकिन जब इस छिड़का जाता है, तब वह तेजी से बाहर निकलता है और गैस के साथ मिल जाता है। अमेरिकी सरकार की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की वेबसाइट के मुताबिक एसएए बादलों की तरह दिखते हैं और यह ज्यादातर समुद्र में बनते हैं। लहर के एकदम टॉप पर पानी को हवा के थपेड़े लगते हैं, जिससे वह हवा में मिलकर उड़ने लगता है, जिससे लगता है कि ये एक बादल है।
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