हैदराबाद । तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने ऑनर किलिंग की सनसनीखेज घटना के मामले में राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पुलिस ने बताया कि एक स्थानीय अदालत ने गुरूवार को दोनों आरोपियों सैयद मोबिन अहमद और मोहम्मद मसूद अहमद को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि उपलब्ध साक्ष्यों के अनुसार केवल गिरफ्तार आरोपी ही हत्या में शामिल पाए गए।
इस बीच मृतक की पत्नी ने अफसोस जताया कि उसके पति की जान बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया जबकि बुधवार रात सरूरनगर में नृशंस हत्या के समय भीड़ जमा हो गई थी। महिला ने क्षेत्रीय चैनलों से कहा कि जो लोग मौके पर जमा हुए थे, वे सामूहिक रूप से हमलावरों को भगाने की कोशिश कर सकते थे।
पुलिस ने कहा कि पीड़ित का अंतिम संस्कार गुरुवार को पड़ोसी विकाराबाद जिले में उनके पैतृक गांव में किया गया और महिला अपने ससुराल में है। उन्होंने कहा कि मृतक के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कुछ सामुदायिक संगठनों ने भी अंतिम संस्कार में भाग लिया। राजभवन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने जीएचएमसी इलाके के सरूरनगर में चार मई 2022 की रात बी नागराजू की नृशंस हत्या के संबंध में विभिन्न मीडिया रिपोर्टों को देखा। विज्ञप्ति के अनुसार कथित तौर पर अंतरधार्मिक विवाह के कारण हुई इस हत्या के संबंध में राज्यपाल ने सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने भी इस मामले में हैदराबाद पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले पुलिस ने बताया था कि यह घटना बुधवार रात सरूरनगर में हुई जब पीड़ित दलित व्यक्ति नागराजू अपनी पत्नी के साथ मोटरसाइकिल पर जा रहा था। पुलिस ने बताया कि स्कूटर पर आये हमलावरों सैयद मोबिन अहमद और मोहम्मद मसूद अहमद ने उन दोनों को सड़क पर रोका और नागराजू पर पहले लोहे की छड़ से और उसके बाद चाकू से वार किया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
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राज्यपाल ने हैदराबाद में झूठी शान में की गयी हत्या पर पुलिस से मांगी रिपोर्ट