नई दिल्ली । अपने ही गृहक्षेत्र में सीएम पुष्कर सिंह धामी की हार निराश होकर स्वयं को हार के लिए जिम्मेदार मानते हुये पांच गांवों के ग्रामीणों ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार को शारदा नहर में संकेतिक जल समाधि ली। इस दौरान एसडीएम व सीओ द्वारा चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। मौके किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए जल पुलिस मौजूद रही। शनिवार को खटीमा के मेलाघाट, बंधा, सिसैया, बगुलिया, खेलड़िया, सिसैया के ग्रामीण 22 पुल शारदा नहर पहुंचे। यहां पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के पानी में उतरने वाले ग्रामीणों का आयोजक रामायण राम, राम पांडेय आदि ने माला पहनाकर स्वागत किया। पाला पहनने के बाद हाथों में बैनर लेकर ग्रामीण पानी में उतर गए। पानी बहुत अधिक होने के कारण महिलाएं किनारे पर ही खड़े रहे जबकि पुरुष गले तक पानी तक शारदा नहर में उतरे। ग्रामीण 12 बजे तक पानी में खड़े रहे इस दौरान बुजुर्ग महिलाएं और हाथों में बच्चे को लेकर महिलाएं पानी में खड़ी रही। 12 बजे एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट ने ग्रामीणों की फोन से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कराई। मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा कि वह इसी गांव के पले बढ़े हैं, यह मेरा गांव,जनता का जनादेश मेरे सिर माथे, चुनाव में हार जीत होती है, मेरी हार जीत से खटीमा के विकास पर असर नहीं पड़ेगा, मुझे यहां की समस्याओं की जानकारी है। यहां पर जमीन के मामले सहित अन्य समस्याएं हैं। जिसका समाधान किया जाएगा। जब वह विधायक थे उस समय यूपी में सपा की सरकार थी, लेकिन मेरा प्रयास यह रहा कि यहां जल भराव की समस्या नहीं हो। हम खटीमा के विकास के लिए काम कर रहे हैं। खटीमा में 300 करोड़ की योजनाएं संचालित हो रही हैं।
रीजनल नार्थ
सीएम पुष्कर की हार से नाराज ग्रामीणों की सांकेतिक जल समाधि