जम्मू । अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले सेना ने कश्मीर में बड़ी आतंकी घुसपैठ की आशंका जताई है। नॉर्दन आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी के शुक्रवार को कहा कि आतंकी घुसपैठ की घटनाओं में काफी तेजी से कमी आई है लेकिन घाटी के उस पार से करीब दो सौ आतंकी घुसपैठ की ताक में हैं। लाइन ऑफ कंट्रोल पर सुरक्षा के संबंध में पूछे गए सवाल में उन्होंने कहा कि एलओसी पर करीब दो सौ आतंकी भारत में घुसपैठ की ताक में हैं। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि घुसपैठ की किसी भी घटना को रोकने के लिए चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि घुसपैठ को रोकने के लिए रिजर्व पुलिस के जवानों को सेकेंड टायर ऑफ फिफेंस में तैनात किया गया गया ताकि किसी भी तरह की घुसपैठ को रोका जा सके। उन्होंने ये भी कहा कि पिछले बारह महीनों में एलओसी पर सिर्फ दो या तीन बार सीजफायर की घटना हुई है। उन्होंने ये भी बताया कि एलओसी के पार 6 बड़े आंतकी लॉन्च पैड और 29 छोटे आतंकी कैंप हैं। ये सभी आतंकी कैंप पाकिस्तानी सेना के कैंप के पास हैं। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाक सेना पर आतंकियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तानी सेना और खूफिया एजेंसियां इन आंतकियों को हर संभव मदद दे रही है। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि घुसपैठ ना सिर्फ पहाड़ी इलाकों और जंगल के रास्तों से होती है बल्कि जम्मू से लगे अंतराष्ट्रीय बार्डर के अलावा पंजाब और नेपाल के जरिए भी होती है। उन्होंने कहा कि सेना का लक्ष्य जल्द से जल्द इन घुसपैठियों को पहचानना और उनका सफाया करना है। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने ये भी बताया कि घाटी में फिलहाल करीब 40 से 50 आतंकी सक्रीय हैं जो स्थानीय हैं। इनके अलावा कुछ पाकिस्तानी आंतकी भी घाटी में मौजूद हैं जिनकी संख्या का अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। अफसर जनरल के मुताबिक घाटी में अबतक 21 विदेशी आतंकियों को मौत के घाट उतारा जा चुका है।
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बार्डर पार से भारत में घुसने की फिराक में करीब 200 आंतकी